सागर। जिले के बंडा थाने पहुंचकर एक किसान द्वारा खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाने का मामला सामने आया है. दरअसल किसान ने स्थानीय कीटनाशक विक्रेता से कीटनाशक खरीदा था और अपनी सोयाबीन की फसल पर डाला था, इसके बाद उसकी फसल पीली पड़ गई. इस बात की शिकायत उसने थाने में भी की थी, लेकिन कार्रवाई ना होने से आहत किसान ने आज थाने पहुंचकर आग लगा ली. पीछे-पीछे किसान की पत्नी और बच्चे पहुंचे जिन्होंने आग बुझाने का प्रयास किया. बाद में मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने जैसे-तैसे आग को बुझाया और किसान को अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के बाद उसे सागर रेफर कर दिया गया है. (VIDEO Farmer Suicide)
फसल खराब होने से आहत था किसान : जिले के बंडा थाने में रहने वाले किसान शीतल रजक ने अपनी सोयाबीन की फसल पर कीटनाशक डालने के लिए स्थानीय शंकर बीज भंडार से कीटनाशक खरीदा था. कीटनाशक खरीदने के बाद जब उसने अपनी सोयाबीन की फसल पर डाला, तो उसकी फसल पूरी पीली पड़ गई, और बर्बाद हो गई. इस बात की शिकायत लेकर सोमवार को किसान बंडा थाने पहुंचा था, जहां उसने शिकायती आवेदन दिया था. लेकिन आज सुबह करीब 7:30 बजे किसान थाने पहुंचा और अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली, (farmer attempts suicide in sagar) हालांकि किसान की पत्नी और बेटा पीछे-पीछे आ रहे थे, जिन्होंने किसान को लगी आग बुझाने का प्रयास किया. इस दौरान थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने किसान की आग बुझाया और उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया.
किसान की पत्नी ने बताई आपबीती : किसान की पत्नी निशा रजक का कहना है कि, "कल हम पति-पत्नी बंडा थाने में कीटनाशक की शिकायत करने पहुंचे थे और आज सुबह जब हमने अपने खेत पर जाकर सोयाबीन की फसल देखी, तो पूरी फसल पीली पड़ गई थी और सूख गई थी. इस बात से आहत पति थाने जाकर आत्मदाह करने की बात कहने लगे और मुझे घर पर छोड़ कर अकेले थाने की तरफ आ गए. मैंने अपने बेटे को बुलाया और पीछे- पीछे पहुंची. पता चला कि उन्होंने रास्ते में एक बोतल खरीदी और उसमें पेट्रोल पंप से पेट्रोल भरवाया. उन्होंने थाने पहुंचकर थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों से बोला कि मेरी शिकायत पर तुमने कोई कार्रवाई नहीं की, अब मैं आत्महत्या कर रहा हूं और मेरे परिवार की जिम्मेदारी तुम्हारी होगी. इतना कहकर उन्होंने आग लगा ली. बाद में मैं और मेरा बच्चा पहुंचा तो हमने पुलिस की मदद से आग बुझायी, और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया."
पुलिस का ये कहना: वहीं इस मामले में पुलिस का अभी तक कोई अधिकृत बयान जारी नहीं हुआ है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि, "किसान ने शिकायती आवेदन दिया था और हम लोगों ने कहा था कि कृषि विभाग के अधिकारियों से जांच कराने के बाद ही कार्रवाई हो सकेगी."