श्रीनगर : जम्मू कश्मीर पुलिस और सेना ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के एक कमांडर को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आतंकवादी का नाम तालिब हुसैन है, वह किश्तवाड़ जिले के राशगवारी तहसील का रहने वाला है. 17 राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में यह सफलता मिली. तालिब हुसैन को सबसे ज्यादा वक्त तक जिंदा रहने वाला आतंकी है. पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने इस पहाड़ी इलाके में नए सिरे से भर्ती करके अपने कैडर को फिर से संगठित करना और मजबूत करना शुरू कर दिया था. तालिब हुसैन को सक्रिय आतंकवादी घोषित करने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने उसकी गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू कर दी थी.
तालिब हुसैन अक्सर अपनी शक्ल और पहचान बदल कर सुरक्षा एजेंसियों को मात दे देता था. ऑपरेशन के क्षेत्र में बदलाव के साथ, वह अपना नाम भी बदल लेता था ताकि किसी को उसकी आतंकी गतिविधियों की भनक न लगे. तालिब गुर्जर को किश्तवाड़ और डोडा इलाके के बारे में जानकारी होने की वजह से पाकिस्तान में उसके आकाओं द्वारा सुरक्षित ठिकाने बनाने और युवा लड़कों की भर्ती करने के लिए एक विशेष कार्य सौंपा था जिससे आतंक से संबंधित गतिविधियों को पुनर्जीवित किया जा सके.
बता दें कि साल 2016 में तालिब रहस्यमय तरीके से गायब हो गया था. कुछ महीने बाद पुलिस को पता चला कि वह आतंकी कैंप में शामिल हो गया है. तभी से सुरक्षा बल उसके पीछे लगे थे.कई मौकों पर, उनके परिवार के सदस्यों ने जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर तालिब गुर्जर को हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में लौटने के लिए मनाने में उनकी मदद मांगी थी. हालांकि तालिब को सक्रिय आतंकवादी घोषित करने के बाद सुरक्षा एजेंसियां उसकी गतिविधियों पर नजर रख रहीं थीं. अंतत: पांच साल बाद सुरक्षाबलों ने उसे किश्तवाड़ से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. सूत्रों के अनुसार तालिब एक स्थानीय गुर्जर जनजाति से ताल्लुक रखते हैं जो कि किश्तवाड़ जिले के नागसिनी, मारवाह, दछन और आसपास के पादेर क्षेत्र में पहाड़ी मार्गों से परिचित हैं.
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