शिवपुरी। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क से नामीबिया चीतों के भागने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. नर चीते पवन (ओबान) के रेस्क्यू के बाद अब मादा चीता आशा एक बार फिर कूनो नेशनल पार्क से भाग गई है. यह वहीं मादा चीता है जिसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आशा नाम दिया था. मादा चीता आशा कूनो नेशनल पार्क से जंगल के रास्ते गुरुवार की सुबह शिवपुरी जिले के रिहायशी इलाके में पहुंच गई है. वन विभाग के अधिकारी हैरान और परेशान हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है. आखिर क्यों चीते कूनो का 750 वर्ग किमी क्षेत्र छोड़कर बार-बार बाहर निकल रहे हैं.
ग्रामीणों में डर का माहौल: मादा चीता आशा की लोकेशन शिवपुरी जिले के बैराड़ तहसील क्षेत्र के गांव आनंदपुर में देखी गई. जिसके बाद मौके पर पहुंची वन विभाग और कूनो नेशनल पार्क की टीम चीते की सुरक्षा और गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं. वहीं, चीता आशा के कूनो नेशनल पार्क से बाहर निकलकर रिहायशी इलाके में पहुंचने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. फिलहाल मादा चीता आशा की लोकेशन आनंदपुर और गाजीगढ़ गांव के बीच एक सरसों के खेत में बताई जा रही है. जहां चीता आशा सरसों की कटी पड़ी फसल के बीच बैठी हुई है.
कूनो से दूसरी बार भागी आशा: नामीबिया मादा चीता आशा इससे पहले 5 अप्रैल को कूनो नेशनल पार्क से निकलकर श्योपुर जिले की विजयपुर तहसील के गांवों में पहुंच गई थी. जहां से 2 दिन बाद चीता आशा खुद ही कूनो नेशनल पार्क में लौट आई थी. गुरुवार को एक बार फिर से मादा चीता आशा कूनो नेशनल पार्क से निकलकर शिवपुरी जिले के रिहायशी इलाके में पहुंच गई है. रिहायशी इलाके में चीते की आमद से ग्रामीणों में भय का माहौल है.