इंदौर। मध्य प्रदेश में एक तरफ चुनावी महाकुंभ अपने शबाब पर है. एक दिन में अलग-अलग दल के तमाम नेता कई सभाएं कर रहे हैं. इन सभाओं में नेता एक-दूसरे पर जुबानी हमला बोलने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी और कांग्रेस के बीच पोस्टर वॉर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते दिनों दोनों ही पार्टियों के बीच जमकर पोस्टर विवाद देखने मिला था. वहीं बुधवार को एक बार फिर एक पोस्टर खूब सुर्खियां बटोर रहा है. इंदौर में पूर्व सीएम कमलनाथ के खिलाफ आतंकवाद को लेकर पोस्टर लगाया गया है.
पोस्टर में कमलनाथ को बताया आतंकवाद का जन्मदाता: पोस्टर में लिखा है कि 'पंजाब में आतंकवाद के जन्मदाता कमलनाथ क्या मुख्यमंत्री बनने के लायक हैं'. वहीं इन लाइनों के नीचे ही पोस्टर में 'मध्य प्रदेश युवा मंच' भी लिखा है. यह पोस्टर सामने आने के बाद अब एमपी की राजनीति गरम हो गई है. इस पोस्टर के खिलाफ एमपी कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई है. खास बात यह है कि यह पोस्टर इंदौर में कहीं और नहीं बल्कि इंदौर क्रमांक-1 में लगा है. इस विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय और कांग्रेस से संजय शुक्ला आमने-सामने हैं.
कैलाश विजयवर्गीय और सलूजा पर लगे आरोप: वहीं मामले में कांग्रेस नेता राकेश यादव कैलाश विजयवर्गीय और कांग्रेस से निकाले गए नरेंद्र सलूजा पर आरोप लगाया है. उनका कहना है कि इन दोनों ने रात में नगर निगम की गाड़ी बुलाकर यह विवादित पोस्टर लगाया है. वह भी बिना अनुमति के यह पोस्टर लगाया है. अगर सीसीटीवी फुटेज निकाला जाए, तो सब साफ हो जाएगा, लेकिन खुद चुनाव आयोग निस्पक्ष नहीं है. इसकी वजह है कि जहां पोस्टर लगाया गया है वहां पुलिस का चेकिंग पाइंट है, पुलिस 24 घंटे तैनात रहती है. ऐसे में कैसे लगाया जा सकता है
अर्ध सैनिक बलों की तैनाती की मांग: राकेश यादव ने कहा यह साफ तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. लिहाजा अर्ध सैनिक बलों की तैनाती की मांग चुनाव आयोग से की गई है. उन्होंने कहा कि बड़ा गणपति चौराहे पर नगर निगम कही जहां जेंट्री बनी हुई है, वहीं यह पोस्टर लगाया गया है. हमारी शिकायत के बाद प्रशासन ने यह पोस्टर वहां से हटाया है.
पहले भी लग चुके हैं पोस्टर: बता दें कुछ दिन पहले राजधानी भोपाल में कांग्रेस के खिलाफ पोस्टर लगे हुए दिखाई दिए थे. पोस्टर में कांग्रेस पर वादा खिलाफी और किसान विरोधी होने के आरोप लगाए गए थे. आपको बता दें पोस्टर में सबसे ऊपर लिखा था कि 'झूठी कांग्रेस झूठे वादे' वादा था आंदोलनकारी किसानों के मामले वापस लेंगे. जबकि सच्चाई है कांग्रेस सरकार द्वारा मुलताई में आंदोलनकारी किसानों की गोली मारकर हत्या की गई. इस पोस्टर में दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और राहुल गांधी को फोटो लगाए गए थे. भोपाल के हबीबगंज और एमपी नगर सहित कई जगहों पर यह पोस्टर लगे थे. इससे पहले करप्शन नाथ लिखकर भी कमलनाथ के कई पोस्टर लगाए जा चुके हैं.