भोपाल। राजधानी के गांधी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही और कथित ट्रेनी IAS की पत्नी जूनियर डॉक्टर का शव संदिग्ध अवस्था में घर में मिला. मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण भोपाल पुलिस ने मामले की जांच एसीपी स्तर के अफसर से शुरू करवाई है. सोमवार सुबह करीब 9.45 बजे कोहेफिजा थाने की घंटी बजी. पता चला कि एक जूनियर डॉक्टर की संदिग्ध अवस्था में डेथ हो गई है. यह कॉल कोहेफिजा क्षेत्र के सरकारी अस्पताल के सीएमओ डॉ.जीपी गौर का था. पुलिस की टीम तत्काल मौके पर रवाना हुई.
कोहेफिजा में पति के साथ रहती थी : प्राथमिक पूछताछ में पता चला कि जिस जूनियर डॉक्टर की संदिग्ध अवस्था में लाश मिली, वह गांधी मेडिकल कॉलेज में थर्ड ईयर की स्टूडेंट थी. वह गायनिक से पढ़ाई कर रही थी. उसका नाम सरस्वती है और उम्र 27 वर्ष. मूल रूप से वह आंध्रप्रदेश की रहने वाली है और उसका परिवार बैंगलुरु में रहता है. वह अपने पति के साथ कोहेफिजा के कहकशा अपार्टमेंट में रह रही थी. वर्ष 2021 में दोनों ने लवमैरिज की थी. पति का नाम जयर्वधन बताया गया है.
सुसाइड नोट नहीं मिला : इस मामले में शाहजहानाबाद क्षेत्र के एसीपी उमेश तिवारी का कहना है कि पुलिस को अब तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. पुलिस ने बताया कि जब इनके पति से बात की उन्होंने बताया कि सरस्वती पूजा वाले कमरे में सो रही थी. सुबह उनके साले यानी सरस्वती के भाई का कॉल आया. उसने कहा कि सरस्वती को कॉफी देर से कॉल कर रहे हैं, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा है. इसके बाद जयवर्धन कमरे में पहुंचे तो वहां सरस्वती अचेत अवस्था में मिली. इसके बाद वे उसे तत्काल डॉक्टर के पास लेकर गए.
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इसलिए उठ रहे सवाल : जब पूछा गया कि क्या सरस्वती का अपने पति से कोई झगड़ा हुआ तो पुलिस ने कहा कि अभी जांच कर रहे हैं. लेकिन एक बात पुलिस ने कन्फर्म कर दी कि सरस्वती को 14 हफ्ते का गर्भ था. उन्होंने बताया कि पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है और उनके आने के बाद ही मामले के बारे में पता चल पाएगा. इस मामले में मेडिकल कॉलेज थर्ड ईयर के स्टूडेंट्स का कहना है कि सरस्वती बहुत इंटेलीजेंट थी. उसका रवैया हमेशा पॉजीटिव रहा. पता नहीं क्यों उसने ऐसा कदम उठाया. इस मामले में कुछ स्टूडेंट्स ने सवाल उठाया कि जब पति साथ था तो फिर सरस्वती पूजा वाले कमरे में क्यों सो रही थी और पति को तब ही क्यों पता चला जब उनको फोन करके बताया गया ?