इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर में अब सड़कों पर भोजन की तलाश में भटकते भूखे प्यासे स्ट्रीट डॉग को 7 रुपए में डॉग का मनपसंद भोजन कराया जा सकेगा (Doggy Dhaba in Indore). इसके लिए शहर के एक डॉग लवर परिवार ने बाकायदा डॉगी ढाबे की शुरुआत की है. जहां डॉग के लिए स्वादिष्ट फूड के अलावा लॉजिंग बोर्डिंग और रेस्ट रूम आदि की भी व्यवस्था है. इतना ही नहीं शहर भर में कोई भी कस्टमर अब ऑर्डर बुक करके भी डॉगी ढाबे से डॉग फूड मंगा सकेगा.
डॉग लवर की अनोखी पहल: इंदौर में बीते 6 सालों से स्वच्छ भारत अभियान के चलते सड़कों पर कचरा फेंकना अथवा खानपान की चीजें फेंकना प्रतिबंधित है. ऐसी स्थिति में शहर के स्ट्रीट डॉग भी कई सालों से खाने पीने की समस्या से जूझ रहे हैं. इन हालातों में जब शहर के डॉग लवर बलराज झाला के परिवार से भूखे प्यासे डॉग्स की यह परेशानी नहीं देखी गई तो उन्होंने खुद ही अपने खर्चे पर डॉग्स मील तैयार करके भूख से भटकते डॉग्स को फूड बांटना शुरू किया. इसके बाद उन्होंने शहर के डॉग लवर की मांग पर अपने इस प्रयास को आगे बढ़ाते हुए डॉगी ढाबा की शुरुआत की है. इसके लिए उन्होंने मेघदूत नगर स्थित अपने घर को ढाबे का रूप दिया है.
एक दिन में 600 पैकेट तक होते हैं डिलीवर: ढाबे में डॉग्स की सुविधा के लिए आरामदायक कॉटेज, लॉजिंग बोर्डिंग का स्थान और खानपान की बेहतर व्यवस्था है. इसके अलावा उन्होंने डॉग फूड को डिलीवर करने के लिए बाकायदा एक गाड़ी भी तैयार कर रखी है. जिस पर प्रतिदिन करीब 500 बड़े और छोटे फूड पैकेट तैयार करके वे मेघदूत गार्डन के पास खड़े हो जाते हैं. जहां से डॉग लवर 7 प्रति पैकेट के हिसाब से डॉग फूड खरीद ले जाते हैं. फिलहाल बलराज के डॉगी ढाबे पर स्थिति यह है कि 1 दिन में वे 500 से 600 पैकेट डिलीवर कर देते हैं जिन्हें स्ट्रीट डॉग बड़े चाव से खाते हैं.
किराए के घर में डॉग्स की लॉजिंग बोर्डिंग: बलराज झाला ने स्ट्रीट डॉग के लिए फूड के साथ उन्हें ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं देने के लिए अपने घर के अलावा किराए के घर को डॉगी ढाबे में तब्दील कर रखा है. डॉगी ढाबे को डॉग की थीम के हिसाब से सजाया है, इसके अलावा उनकी पत्नी और बेटियां सुबह 4:00 बजे से लेकर दिन भर डॉग्स के लिए फूड तैयार करती हैं जो करीब 3 लाख की लागत से तैयार हुए आधुनिक किचन पर तैयार किया जाता है. इतना ही नहीं डॉगी ढाबे की किचन में डॉग के लिए वेज नॉनवेज के अलावा बेकरी आइटम भी मौजूद हैं. इसके अलावा डॉग के बर्थडे के लिए यहां पर बर्थडे केक भी ऑर्डर पर तैयार होते हैं. डॉगी ढाबे में ऐसे डॉग के लिए भी रेस्ट रूम की व्यवस्था है जिनके मालिक दिन में जॉब पर चले जाते हैं और शाम होने पर वह डॉग को लेने आ जाते हैं. इस दौरान ढाबे पर संबंधित डॉग को तमाम सुविधाएं मामूली खर्च पर प्रदान की जाती हैं.
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7 से 700 रुपए तक का फूड: किसी जमाने में जू में काम कर चुके बलराज झाला बताते हैं कि कौन सा डॉग किस फूड को पसंद करेगा उन्हें इसकी पूरी जानकारी है. इसके अलावा वे ₹7 से लेकर ₹700 तक का स्पेशल मील भी तैयार करते हैं. फिलहाल उनके किचन से 500 पैकेट फूड की होम डिलीवरी हो रही है. जबकि अधिकांश आर्डर पेट लवर द्वारा दिए जाते हैं जो कुत्तों को रोज खाना खिलाते हैं. अब बलराज अपनी ई रिक्शा पर शहर के कुछ स्थानों पर फूड डिलीवरी प्वाइंट स्थापित करने जा रहे हैं, जैसे कि शहर भर के डॉग को पौष्टिक और जरूरत के हिसाब से स्वादिष्ट फूड न्यूनतम दरों पर नसीब हो सके.