छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश में 15 नवंबर शाम को चुनाव प्रचार का शोरगुल थम गया. इसके बाद नेता और कार्यकर्ता डोर टू डोर जाकर जनसंपर्क कर रहे हैं. अगर मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार की बात की जाए तो भाजपा ने पूरा दमखम झोंका और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर प्रदेश स्तर के दिग्गज नेताओं को प्रचार की कमान सौंपी. वहीं कांग्रेस स्टार प्रचारकों के मामले में प्रदेश में कमजोर साबित नजर आई. महाकौशल में भारतीय जनता पार्टी ने मार्च में चुनाव का आगाज किया. छिंदवाड़ा में महाविजय अभियान की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने की थी. उसके बाद से अगर छिंदवाड़ा के साथ ही बैतूल, सिवनी, नरसिंहपुर, बालाघाट की बात करें तो बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्रीय मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, प्रह्लाद सिंह पटेल, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोर्चा संभाला. कांग्रेस की ओर से इन जिलों में सिर्फ पूर्व सीएम कमलनाथ और उनके बेटे सांसद नकुलनाथ स्टार प्रचारक के रूप में पहुंचे.
महाकौशल में भी बीजेपी ने जोर लगाया : जबलपुर में स्मृति ईरानी जबलपुर की कैंट विधानसभा में चुनाव प्रचार करने पहुंचीं. बॉलीवुड के अभिनेता तो नहीं आए लेकिन भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रवि किशन जरूर चुनाव प्रचार करने जबलपुर पहुंचे. असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्वा शर्मा, उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, राज्य मंत्री भूपेंद्र यादव और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी यहां पहुंचे. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तो जबलपुर जिले की हर विधानसभा सीट में सभाएं ली और चुनाव प्रचार किया. कुछ जगहों पर उनके रोड शो भी हुए, अंतिम चुनाव प्रचार के रूप में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने उत्तर विधानसभा सीट में एक रोड शो किया. कांग्रेस ने भी चुनाव प्रचार में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी और अपने सबसे बड़े नेता राहुल गांधी को जबलपुर में जबलपुर पश्चिम मध्य और पूर्व विधानसभा में रोड शो के लिए बुलाया. प्रियंका गांधी ने जबलपुर के ग्वारीघाट में पूजन अर्चन किया और गोल बाजार में एक सभा को भी संबोधित किया. लेकिन इनके अलावा कांग्रेस के कोई स्टार प्रचारक जबलपुर नहीं आए.
ग्वालियर चंबल रीजन में स्थिति : ग्वालियर-चंबल इलाके में सबसे ज्यादा बीजेपी के दिग्गज पहुंचे. जिन नेताओं ने सभा की उनमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, भूपेंद्र यादव, अश्विनी वैष्णव, अनुराग ठाकुर, साध्वी निरंजन ज्योति, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, विष्णुदत्त शर्मा, शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, योगी आदित्यनाथ, हेमंत बिस्वा सरमा, प्रमोद सावंत, अर्जुन मुंडा, वीरेंद्र खटीक कैलाश विजयवर्गीय, नरोत्तम मिश्रा, जयसिंह पवैया शामिल रहे तो वहीं, कांग्रेस की तरफ से मल्लिकार्जुन खड़गे, राज बब्बर, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, नकुलनाथ ने प्रचार किया.
विंध्य में दोनों दलों के स्टार प्रचारक : विंध्य में भाजपा की ओर से 1 जुलाई को जहां खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहडोल जिले में पहुंचे. जैतपुर विधानसभा क्षेत्र के पकरिया गांव में जाकर पहले अलग-अलग वर्ग के साथ चौपाल लगाई थी. वहीं कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी ने शहडोल जिले के ब्यौहारी में जन आक्रोश रैली के समापन के अवसर पर जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने विंध्य की सभी 30 सीटों को साधने की कोशिश की. इसके अलावा भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शहडोल जिले के तीनों विधानसभा सीटों में एक-एक चुनावी सभा को संबोधित किया. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी विंध्य में जनसभा की. कांग्रेस की ओर से विवेक तन्खा शहडोल पहुंचे. विंध्य में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने सभा की. हालांकि आम आदमी पार्टी से खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी अपनी पार्टी के लिए वोट मांगने पहुंचे.
मालवा व निमाड़ में भी भाजपा आगे : मालवा व निमाड़ में बी बीजेपी ने पूरी ताकत झोंकी. यहां कांग्रेस के दिग्गजों का टोटा रहा. भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले मालवा और निमाड़ में भी बीजेपी ने कोई रिस्क लेना नहीं चाहा. बीजेपी ने भी अपने सारे दिग्गजों को प्रचार के लिए उतारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, अश्विनी वैष्णव, कैलाश विजयवर्गीय, ज्योतिरादित्य सिंधिया, राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री उत्तराखंड पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री गुजरात के भूपेंद्र पटेल भी मैदान में दिखे. कांग्रेस ने प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, दिग्विजय सिंह, कमलनाथ कन्हैया कुमार, अनिल शास्त्री एवं विभिन्न प्रवक्ता अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी प्रचार में पहुंचे.
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कांग्रेस व बीजेपी के ये तर्क : मध्य प्रदेश में प्रचार के मामले में भाजपा की बढ़त पर छिंदवाड़ा सांसद और कांग्रेस के स्टार प्रचारक नकुलनाथ ने कहा है कि कांग्रेस की स्टार प्रचारक मध्य प्रदेश की जनता है. जनता भाजपा के शासनकाल से ऊब चुकी है. जनता खुद ही निकलकर अब कांग्रेस के लिए वोट करने जा रही है. अगर भारतीय जनता पार्टी ने इतना काम किया होता तो उन्हें अपने काम गिनाने के लिए राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को नहीं लाना होता. क्योंकि काम खुद बोलता है और जब काम बोलता है तो फिर किसी को बताने की जरूरत नहीं होती है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अजय धवले का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी है भारतीय जनता पार्टी में कार्यकर्ताओं और नेताओं की कमी नहीं है. भारतीय जनता पार्टी में प्रचार का काम नहीं होता. पूरे 5 साल भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता काम करता है. एक चुनाव खत्म होता है तो दूसरे चुनाव की तैयारी शुरू हो जाती है. भारतीय जनता पार्टी का हर एक कार्यकर्ता पार्टी के लिए काम करता है.