इंदौर। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तैयारियों के पहले ही कांग्रेस और भाजपा के अलावा अब राजा और महाराजा के बीच तीखी बयानबाजी का दौर भी शुरू हो चुका है. बुधवार को पहली बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर बड़ा हमला बोलते हुए उन्हें बिकाऊ और घोर अवसरवादी करार दिया है. इतना ही नहीं उन्होंने सीधे तौर पर आरोप लगाते हुए कहा कि सिंधिया ने छोटे से पद के लिए गांधी नेहरू परिवार के अलावा कांग्रेस के साथ धोखा किया है.
दिग्विजय सिंह ने शिवराज सरकार पर लगाए आरोपः दरअसल बुधवार को मध्य प्रदेश की कमजोर 66 सीटों पर 1 माह की लगातार बैठकों और संगठन को एकजुट करने की प्रयासों के बीच दिग्विजय सिंह ने इंदौर प्रेस क्लब में चर्चा के दौरान शिवराज सरकार के खिलाफ कई गंभीर विषय उठाए. हालांकि यह पहला मौका था जब उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीधे तौर पर बिकाऊ और घोर अवसरवादी करार दिया हो, दिग्विजय सिंह ने प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में कमलनाथ सरकार गिराए जाने का घटनाक्रम याद करते हुए कहा कि उस दौरान जब हमारे पास खबरें आती थी, तब कुछ लोग बिक रहे थे. मैं कभी विश्वास नहीं करता था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया भी उस श्रेणी में आ जाएंगे. हमें इस बात का दुख है कि उनका कांग्रेस पार्टी में उभरता नेतृत्व था. पूरी संभावनाएं थी उनके आगे आने की, उन्हें नेहरू गांधी परिवार ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी व प्रियंका गांधी ने पूरा सम्मान दिया, दो बार मंत्री बनाया, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का महासचिव बनाया.
गांधी परिवार से सिंधिया के थे पारिवारिक संबंधः दिग्विजय सिंह ने कहा कि सिंधिया के गांधी परिवार से पारिवारिक संबंध थे, लेकिन वह छोड़ कर चले गए. उनके कांग्रेस छोड़कर जाने के बाद अब जो उनके बयान आ रहे हैं. उसका और भी ज्यादा दुख है, ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ बयानबाजी करते हुए दिग्विजय सिंह यही नहीं रुके. उन्होंने मंदसौर गोलीकांड के पिपलिया मंडी में हाल ही में हुई कमलनाथ की सभा का जिक्र करते हुए कहा पिपलिया मंडी में किसानों की गोलीबारी की बरसी पर जो वीडियो वायरल हुआ उसमें सिंधिया शिवराज सिंह चौहान से कहते नजर आ रहे हैं कि तुम्हारे हाथ खून से रंगे हुए हैं, लेकिन आज वही सिंधिया गलबहियां डालकर शिवराज सिंह चौहान के साथ मंच पर बैठे नजर आ रहे हैं. यह विचारधारा का समर्पण नहीं बल्कि अवसरवादिता है घोर अवसरवादीता. उन्होंने कहा हमें उम्मीद नहीं थी कि सिंधिया एक छोटे से पद के लिए कांग्रेस पार्टी को धोखा देकर चले जाएंगे.
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दिग्विजय से पहले जयवर्धन के भी सिंधिया पर तीखे बोलः दिग्विजय सिंह के इस बयान के 2 दिन पूर्व उनके पुत्र और कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने भी अप्रत्यक्ष तौर पर सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा था कि इतिहास गवाह है चाहे रामायण हो या महाभारत जिसने भी पाप करके राज करने का प्रयास किया, वह कभी सफल नहीं हो पाया. उन्होंने कहा था कि सिंधिया के भाजपा में जाने से भाजपा तीन हिस्सों में बंट गई है. पहली शिवराज भाजपा, दूसरी महाराज भाजपा और तीसरी नाराज भाजपा. माना जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ अब तक तीखी टिप्पणी से बचने वाले दिग्विजय सिंह और जयवर्धन सिंह अब बयान बाजी के मामले में सिंधिया के खिलाफ सीधे फ्रंट खोल चुके हैं, जिसके राजनीतिक रूप से दूरगामी परिणाम होंगे. हालांकि माना जा रहा है कि दिग्विजय के इस बयान के बाद सिंधिया खेमे की तरफ से भी दिग्विजय के खिलाफ अब तीखी बयानबाजी का दौर शुरू होने की संभावना है.