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MP: शादी के नाम पर मानव तस्करी! दो साल में 5 बार यूपी-एमपी में बेची गई उड़ीसा की नाबालिग, 6 गिरफ्तार

दो साल में अलग-अलग राज्यों में पांच जगह शादी के नाम पर बेची गई नाबालिग कई बार शिकायत करने और भागने के बावजूद इंसाफ की दहलीज तक नहीं पहुंच सकी, 5वीं जगह ससुर के यौन शोषण से तंग नाबालिग एक दिन भाग गई और सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) पर शिकायत की, जब जांच शुरू हुई तो सच्चाई सुन पुलिस (police) भी हैरान रह गई. शादी के नाम पर लड़कियों को बेचने वाले गिरोह (Human trafficking) के छह सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, दो अभी फरार हैं.

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Published : Sep 17, 2021, 11:58 PM IST

शादी के नाम पर मानव तस्करी
शादी के नाम पर मानव तस्करी

सागर : उड़ीसा और झारखंड के सीमावर्ती गांव में रहने वाली नाबालिग लड़की (Odisha Minor Girl) अनमोल (परिवर्तित नाम) ने कभी सोचा नहीं होगा कि जिस अंकल के पास उसकी मां उसे महफूज भेज रही है, वही अंकल शादी के नाम पर अनमोल का बाजार में मोल लगा देगा. इसके लिए उड़ीसा से निकलकर यूपी और मध्यप्रदेश के कई जिलों में उसका सौदा किया जाएगा.

अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश

बार-बार शादी के नाम पर बेचे जाने (Human Trafficking) से परेशान अनमोल ने अपनी पीड़ा सीएम हेल्पलाइन 181 (CM Helpline) में दर्ज कराई. मामले का खुलासा हुआ तो एक ऐसे अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ, जो इस तरह के कामों में लिप्त था. फिलहाल पुलिस ने 8 सदस्यीय गिरोह (Human Trafficking Gang) के 6 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है और दो की तलाश जारी है.

दरअसल, 8 अगस्त को मध्यप्रदेश के सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) में बंडा जिले के नया खेड़ा गांव की एक महिला ने शिकायत की थी. उसकी शिकायत थी कि उसका ससुर उसका शारीरिक शोषण करता है. सीएम हेल्पलाइन द्वारा ये शिकायत चाइल्ड लाइन 1098 (Child Helpline) को सौंपी गई थी, जब शिकायत को लेकर चाइल्ड लाइन और पुलिस की स्पेशल सेल ने जानकारी इकट्ठा की और शिकायत करने वाली महिला के पास पहुंची तो पता चला कि पीड़िता नाबालिग है. उसे उड़ीसा से लाकर शादी के नाम पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में बार-बार बेचा गया. जब पुलिस ने गंभीरता से जांच की तो शादी के नाम पर लड़कियां बेचने वाले गिरोह (Human Trafficking Gang) का पर्दाफाश हुआ. जिसमें 8 लोगों पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. फिलहाल 2 आरोपियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है.

पैसों के लिए बार-बार बेचा

पीड़िता अनमोल (परिवर्तित नाम) को उसके ससुराल से बाल आश्रम भेज दिया गया है, जब अनमोल से पूछताछ की गई तो पता चला कि नाबालिग अनमोल को 2 साल के अंदर पांच जगह शादी के नाम पर बेचा गया. अनमोल ने पुलिस को बताया कि करीब 2 साल पहले उसकी मां ने गांव के एक अंकल के पास भेजा था. अंकल ने सबसे पहले उसकी शादी करा दी, तब उसे पता नहीं था कि शादी के एवज में पैसा लिया गया है. जब उसे इसके बारे में पता चला तो उसने भागकर बाल विवाह की शिकायत दर्ज कराई, लेकिन मां और परिजनों के दबाव के चलते उसे शिकायत वापस लेनी पड़ी. कुछ दिनों तक सब ठीक रहा लेकिन अंकल ने दूसरी जगह शादी के नाम पर फिर अनमोल को बेच दिया.

अनमोल को जब ससुराल में प्रताड़ित किया गया तो वह अंकल के पास फिर वापस पहुंच गई. इस बार अनमोल के अंकल ने अनमोल को दमोह जिले के पथरिया गांव में रहने वाले माधव सिंह लोधी के पास भेज दिया. जब वह अपने घर वापस जाने की जिद करने लगी, तब माधव सिंह ने उसकी शादी सागर जिले के बंडा थाना के नया खेड़ा गांव में करा दी. वहां ससुर की गंदी नजर के चलते उसने वहां से भाग बंडा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई लेकिन नाबालिग को फिर वहीं भेज दिया गया. परेशान हो चुकी अनमोल ने इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन 181 में की, जब पुलिस ने जांच शुरू की तो शादी के नाम लड़कियों को बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ.

पढ़ें : मानव तस्करी के मामलों से निपटने के लिए विशेष अदालतें स्थापित करना चाहती है महाराष्ट्र सरकार

एडिशनल एसपी विक्रम सिंह का कहना है कि इस मामले में पुलिस ने एक गिरोह को पकड़ा है, मुख्य आरोपी माधव सिंह लोधी दमोह जिले की पथरिया का निवासी है, इसके द्वारा बंडा क्षेत्र के कुछ लोगों की शादी कराने के नेटवर्क का पता चला है, पुलिस ने जब आरोपी को पकड़ कर इस मामले में पूछताछ की तो उसने अन्य जगहों पर भी ऐसे कृत्य करने की बात स्वीकार की है, इस मामले में पुलिस 6 आरोपियों को गिरफ्तार की है, दो आरोपियों की तलाश की जा रही है.

सागर : उड़ीसा और झारखंड के सीमावर्ती गांव में रहने वाली नाबालिग लड़की (Odisha Minor Girl) अनमोल (परिवर्तित नाम) ने कभी सोचा नहीं होगा कि जिस अंकल के पास उसकी मां उसे महफूज भेज रही है, वही अंकल शादी के नाम पर अनमोल का बाजार में मोल लगा देगा. इसके लिए उड़ीसा से निकलकर यूपी और मध्यप्रदेश के कई जिलों में उसका सौदा किया जाएगा.

अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश

बार-बार शादी के नाम पर बेचे जाने (Human Trafficking) से परेशान अनमोल ने अपनी पीड़ा सीएम हेल्पलाइन 181 (CM Helpline) में दर्ज कराई. मामले का खुलासा हुआ तो एक ऐसे अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ, जो इस तरह के कामों में लिप्त था. फिलहाल पुलिस ने 8 सदस्यीय गिरोह (Human Trafficking Gang) के 6 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है और दो की तलाश जारी है.

दरअसल, 8 अगस्त को मध्यप्रदेश के सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) में बंडा जिले के नया खेड़ा गांव की एक महिला ने शिकायत की थी. उसकी शिकायत थी कि उसका ससुर उसका शारीरिक शोषण करता है. सीएम हेल्पलाइन द्वारा ये शिकायत चाइल्ड लाइन 1098 (Child Helpline) को सौंपी गई थी, जब शिकायत को लेकर चाइल्ड लाइन और पुलिस की स्पेशल सेल ने जानकारी इकट्ठा की और शिकायत करने वाली महिला के पास पहुंची तो पता चला कि पीड़िता नाबालिग है. उसे उड़ीसा से लाकर शादी के नाम पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में बार-बार बेचा गया. जब पुलिस ने गंभीरता से जांच की तो शादी के नाम पर लड़कियां बेचने वाले गिरोह (Human Trafficking Gang) का पर्दाफाश हुआ. जिसमें 8 लोगों पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. फिलहाल 2 आरोपियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है.

पैसों के लिए बार-बार बेचा

पीड़िता अनमोल (परिवर्तित नाम) को उसके ससुराल से बाल आश्रम भेज दिया गया है, जब अनमोल से पूछताछ की गई तो पता चला कि नाबालिग अनमोल को 2 साल के अंदर पांच जगह शादी के नाम पर बेचा गया. अनमोल ने पुलिस को बताया कि करीब 2 साल पहले उसकी मां ने गांव के एक अंकल के पास भेजा था. अंकल ने सबसे पहले उसकी शादी करा दी, तब उसे पता नहीं था कि शादी के एवज में पैसा लिया गया है. जब उसे इसके बारे में पता चला तो उसने भागकर बाल विवाह की शिकायत दर्ज कराई, लेकिन मां और परिजनों के दबाव के चलते उसे शिकायत वापस लेनी पड़ी. कुछ दिनों तक सब ठीक रहा लेकिन अंकल ने दूसरी जगह शादी के नाम पर फिर अनमोल को बेच दिया.

अनमोल को जब ससुराल में प्रताड़ित किया गया तो वह अंकल के पास फिर वापस पहुंच गई. इस बार अनमोल के अंकल ने अनमोल को दमोह जिले के पथरिया गांव में रहने वाले माधव सिंह लोधी के पास भेज दिया. जब वह अपने घर वापस जाने की जिद करने लगी, तब माधव सिंह ने उसकी शादी सागर जिले के बंडा थाना के नया खेड़ा गांव में करा दी. वहां ससुर की गंदी नजर के चलते उसने वहां से भाग बंडा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई लेकिन नाबालिग को फिर वहीं भेज दिया गया. परेशान हो चुकी अनमोल ने इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन 181 में की, जब पुलिस ने जांच शुरू की तो शादी के नाम लड़कियों को बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ.

पढ़ें : मानव तस्करी के मामलों से निपटने के लिए विशेष अदालतें स्थापित करना चाहती है महाराष्ट्र सरकार

एडिशनल एसपी विक्रम सिंह का कहना है कि इस मामले में पुलिस ने एक गिरोह को पकड़ा है, मुख्य आरोपी माधव सिंह लोधी दमोह जिले की पथरिया का निवासी है, इसके द्वारा बंडा क्षेत्र के कुछ लोगों की शादी कराने के नेटवर्क का पता चला है, पुलिस ने जब आरोपी को पकड़ कर इस मामले में पूछताछ की तो उसने अन्य जगहों पर भी ऐसे कृत्य करने की बात स्वीकार की है, इस मामले में पुलिस 6 आरोपियों को गिरफ्तार की है, दो आरोपियों की तलाश की जा रही है.

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