ग्वालियर : मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में हिंदू महासभा ने वीर सावरकर की प्रतिमा को बाहर निकालने की ठान ली है. दरअसल, वीर सावरकर की प्रतिमा शहर के कटोरा ताल में तीन साल से ताले में बंद है. कई बार मांग करने के बाद भी ताला नहीं खोला जा रहा है. यही वजह है कि इस बार हिन्दू महासभा अब आक्रामक होने लगी है. इसको लेकर हिन्दू महासभा ने संघ प्रमुख मोहन भागवत को भी पत्र लिखकर क्रांतिकारी हिंदूवादी वीर सावरकर के अपमान से अवगत कराया है.
हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज ने चेतावनी दी है कि अब क्रांतिकारी का अपमान सहन नहीं होगा. 10 नवंबर को हर हालत में वीर सावरकर पर लगा ताला खुलेगा. इससे पहले हिन्दू महासभा ने 28 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हिन्दू महासभा ने अपने खून से लिखी चिट्ठी भेजी है.
यह है पूरा मामला
ग्वालियर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारों नाथूराम गोड़से और नारायण आप्टे की प्रतिमा और मंदिर को लेकर चर्चाओं में रहने वाली हिंदू महासभा ने अब विनायक दामोदर सावरकर को लेकर नया आंदोलन शुरू कर दिया है. शहर में वीर सावरकर की प्रतिमा थीम रोड पर कटोरा ताल के अंदर बंद है. कटोरा ताल का जीर्णोद्धार होना है. इसलिए यह प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी के हाथ में है. यही कारण है कि बीते तीन साल से वीर सावरकर प्रतिमा ताले में बंद हैं.
हिंदू महासभा का कहना है कि ऐसे महान और हिंदूवादी विचारधारा के कट्टर समर्थक वीर सावरकर की तीन जयंती और पुण्यतिथि कई बार निकल गईं, लेकिन ताला होने के कारण हिन्दू महासभा उनको श्रद्धांंजलि भी अर्पित नहीं कर पा रहा है. इसलिए अब हिंदू महासभा ने प्रतिमा को बाहर निकालने की ठान ली है. यही कारण है कि हिंदू महासभा ने स्मार्ट सिटी को 10 नवंबर तक का अल्टीमेटम दिया है.
जिला प्रशासन को दी चेतावनी
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयवीर भारद्वाज ने कहा है कि अब क्रांतिकारी वीर सावरकर का अपमान सहन नहीं होगा. अब 10 नवंबर तक स्मार्ट सिटी या जिला प्रशासन कोई फैसला नहीं लेता है तो हम ताला तोड़ देंगे.