नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी के करीबी सूत्रों ने बताया कि पिछले साल अगस्त में जब नेताओं के समूह ने पार्टी की बेहतरी के लिए पत्र लिखा तो उन्हें देशद्रोही कहा गया लेकिन अब सिद्धू के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
तिवारी ने शनिवार को सिद्धू का वीडियो ट्विट किया, जो कह रहे हैं कि अगर अनुमति नहीं दी गई तो वह ईंट से ईंट बजा देंगे. पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी का कहना है कि अगर वे एक शब्द भी बोलते हैं तो उनका नाम लिया जा रहा है. उन्होंने स्थिति का वर्णन करने के लिए एक उर्दू दोहे का इस्तेमाल किया. हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम. वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती.
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हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम, वो क़त्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती pic.twitter.com/Vln8sTrEoz
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पिछले साल 23 अगस्त को तिवारी समेत नेताओं ने सोनिया गांधी को एक प्रभावी नेतृत्व और सीडब्ल्यूसी स्तर के लिए वें ब्लॉक के लिए चुनाव जो अभी भी लंबित थे, के लिए पत्र लिखा था. बता दें कि सिद्धू ने शुक्रवार को अमृतसर शहर में एक पार्टी समारोह में बोलते हुए कहा था कि अगर उन्हें अपनी आशा और विश्वास की नीति के अनुसार काम करने की अनुमति दी जाती है, तो वे राज्य में 20 साल तक कांग्रेस का शासन सुनिश्चित करेंगे.
सिद्धू ने आगे कहा कि लेकिन अगर आप मुझे निर्णय लेने की अनुमति नहीं देते हैं, तो मैं कुछ भी मदद नहीं कर सकता. पंजाब मॉडल के बारे में बोलते हुए सिद्धू ने कहा कि पंजाब मॉडल का मतलब है कि लोग व्यापार, उद्योग और बिजली के लिए नीतियां बनाते हैं. लोगों की शक्ति लोगों को वापस देना है.
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच सत्ता संघर्ष जारी है. इस बीच अमरिंदर सिंह के विश्वासपात्र और कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने भी गुरुवार को उनके आवास पर रात्रिभोज का आयोजन किया.
रात्रिभोज में कुल 58 विधायक और आठ सांसद शामिल हुए और उन्होंने विश्वास जताया कि पार्टी अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में 2022 का चुनाव जीतेगी. सोढ़ी ने ट्वीट कर जानकारी दी कि यात्रा शुरू हो गई है. सिद्धू की धमकी के बाद पंजाब के प्रभारी महासचिव हरीश रावत ने शुक्रवार को सोनिया गांधी से मुलाकात कर उन्हें समस्याओं से अवगत कराया है.
(आईएएनएस)