कोलकाता: लोकसभा चुनावों में हर चरण में मतदान के दौरान पश्चिम बंगाल में हिंसा हो रही है. बंगाल से पूर्व आईपीएस और घाटल सीट से बीजेपी प्रत्याशी भारती घोष के काफिले पर हमला हुआ है. इस हमले में उनकी कार के शीशे तोड़ दिए गए. भारती घोष ने कहा कि केशपुर में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उनसे बदतमीजी की और उन पर हमला किया.
पूर्व आईपीएस अधिकारी व पश्चिम मिदनापुर जिले के घाटल से भाजपा की उम्मीदवार भारती घोष को तृणमूल कांग्रेस की कुछ महिला कार्यकर्ताओं द्वारा मतदान केंद्र में प्रवेश करने से रोक दिया गया, जिन्होंने उन पर मतदाताओं को प्रभावित करने का आरोप लगाया.
घोष ने सत्तारूढ़ पार्टी पर संगठित हिंसा का आरोप लगाया और अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की.
घोष ने घटनास्थल से जाने से पहले कहा, 'मैं एक उम्मीदवार हूं. मैं हमेशा मतदान केंद्र में प्रवेश कर सकती हूं. जो लोग मुझे रोकने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए. वे (तृणमूल) मेरे खिलाफ संगठित हिंसा का सहारा ले रहे हैं.'
बाद में केशपुर के पास उनके काफिले पर ईंटें बरसाई गईं, जिससे उनका एक सुरक्षाकर्मी घायल हो गया.
मिदनापुर निर्वाचन क्षेत्र से छिटपुट हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं, जहां भगवा पार्टी के राज्य इकाई प्रमुख दिलीप घोष का मुकाबला तृणमूल कांग्रेस के मानस भुनिया के साथ है. उन्होंने कहा कि टीएमसी के कार्यकर्ता लोगों को धमकी दे रहे थे, जब उनसे मिलने गए तो टीएमसी कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया.
छठे चरण की वोटिंग से पहले ही बंगाल के झारग्राम में बीजेपी के बूथ कार्यकर्ता का शव मिला है, वहीं, दो अन्य कार्यकर्ताओं को गोली मारी गई है. दोनों कार्यकर्ताओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
जानकारी के मुताबिक, पूर्व मेदिनीपुर के भगवानपुर में दो बीजेपी कार्यकर्ताओं अनंत गुचेत और रंजीत मैती को गोली मारी दी गई. दोनों को गंभीर हालात में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इससे पहले झारग्राम में बीजेपी बूथ कार्यकर्ता रामेन सिंह का शव मिला था. बीजेपी ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर पीट पीट कर हत्या करने का आरोप लगाया है.
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इसके अलावा मरधारा में एक टीएमसी कार्यकर्ता सुधाकर मैती का भी शव बरामद हुआ था. बंगाल में वोटिंग के साथ साथ लगातार हिंसा की खबरें आ रही हैं.