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कुलभूषण जाधव मामले में बस कुछ ही देर में आएगा फैसला

पाकिस्तान की अदालत में बंद भारतीय कुलभूषण जाधव के मामले में आईसीजे अब से कुछ ही देर में अपना फैसला सुनाने वाली है. भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी जाधव पर पाक ने जासूसी और आतंकवाद का आरोप लगाया है.जानें क्या है पूरा मामला...

कुलभूषण जाधव
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Published : Jul 17, 2019, 8:14 AM IST

Updated : Jul 17, 2019, 6:20 PM IST

द हेग: अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (आईसीजे) भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव से जुड़े मामले में कुछ देर में अपना फैसला सुनाने वाली है. पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत द्वारा जाधव को 'दबाव वाले कबूलनामे' के आधार पर मौत की सजा सुनाने को भारत ने आईसीजे में चुनौती दी थी.

पाकिस्तानी समाचार के मुताबिक, कुलभूषण मामले की सुनवाई के लिए अटॉर्नी जनरल के नेतृत्व में पाकिस्तानी टीम द हेग पहुंची है. उनके साथ विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल भी पहुंचे.

etvbharat kulbhusan jadhav
पाक अधिकारी द हेग पहुंचे

पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने अप्रैल 2017 में बंद कमरे में सुनवाई के बाद 'जासूसी और आतंकवाद' के आरोपों में भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी जाधव (49) को मौत की सजा सुनाई थी. उनकी सजा पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी.

नीदरलैंड में द हेग के पीस पैलेस में भारतीय समयानुसार शाम साढे छह बजे सार्वजनिक सुनवाई होगी, जिसमें अदालत के प्रमुख न्यायाधीश अब्दुलकावी अहमद यूसुफ फैसला पढ़कर सुनाएंगे.

etvbharat kulbhusan jadhav
कुलभूषण की रिहाई के लिए लोगों ने की अपील

इस चर्चित मामले में फैसला आने से करीब पांच महीने पहले न्यायाधीश यूसुफ की अध्यक्षता वाली आईसीजे की 15 सदस्यीय पीठ ने भारत और पाकिस्तान की मौखिक दलीलें सुनने के बाद 21 फरवरी को अपना फैसला सुरक्षित रखा था. इस मामले की कार्यवाही पूरी होने में दो साल और दो महीने का वक्त लगा.

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि पाकिस्तान ने आईसीजे में इस मामले में अपना पक्ष जोरदार तरीके से रखा है.

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कुलभूषण जाधव से मुलाकात करते उनके परिवार के सदस्य

सरकारी एसोसिएट प्रेस ऑफ पाकिस्तान ने फैसल के हवाले से कहा, 'पाकिस्तान अच्छे की आशा कर रहा है और वह आईसीजे का फैसला स्वीकार करेगा.'

भारत ने नई दिल्ली को जाधव तक राजनयिक पहुंच देने से बार-बार इंकार करके पाकिस्तान द्वारा वियना संधि के प्रावधानों का 'खुलेआम उल्लंघन' के लिए आठ मई 2017 को आईसीजे का दरवाजा खटखटाया था.

कुलभूषण के घर के बाहर से जानकारी देते संवाददाता

आईसीजे की दस सदस्यीय पीठ ने 18 मई 2017 को पाकिस्तान को जाधव की मौत की सजा पर अमल से रोक दिया था.

पढ़ें-PAK ने ICJ से कुलभूषण जाधव को राहत देने की भारत की मांग खारिज करने को कहा

आईसीजे में सुनवाई के दौरान, भारत और पाकिस्तान दोनों ने अपना अपना पक्ष रखा था और जवाब दिये थे.

etvbharat kulbhusan jadhav
कुलभूषण जाधव मामले में आना है फैसला

इस मामले में भारत का पक्ष रखने वाले हरीश साल्वे ने पाकिस्तान की कुख्यात सैन्य अदालतों के कामकाज पर सवाल उठाए थे और 'दबाव वाले कबूलनामे' पर आधारित जाधव की मौत की सजा निरस्त करने का संयुक्त राष्ट्र की इस अदालत से अनुरोध किया था.

द हेग: अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (आईसीजे) भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव से जुड़े मामले में कुछ देर में अपना फैसला सुनाने वाली है. पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत द्वारा जाधव को 'दबाव वाले कबूलनामे' के आधार पर मौत की सजा सुनाने को भारत ने आईसीजे में चुनौती दी थी.

पाकिस्तानी समाचार के मुताबिक, कुलभूषण मामले की सुनवाई के लिए अटॉर्नी जनरल के नेतृत्व में पाकिस्तानी टीम द हेग पहुंची है. उनके साथ विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल भी पहुंचे.

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पाक अधिकारी द हेग पहुंचे

पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने अप्रैल 2017 में बंद कमरे में सुनवाई के बाद 'जासूसी और आतंकवाद' के आरोपों में भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी जाधव (49) को मौत की सजा सुनाई थी. उनकी सजा पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी.

नीदरलैंड में द हेग के पीस पैलेस में भारतीय समयानुसार शाम साढे छह बजे सार्वजनिक सुनवाई होगी, जिसमें अदालत के प्रमुख न्यायाधीश अब्दुलकावी अहमद यूसुफ फैसला पढ़कर सुनाएंगे.

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कुलभूषण की रिहाई के लिए लोगों ने की अपील

इस चर्चित मामले में फैसला आने से करीब पांच महीने पहले न्यायाधीश यूसुफ की अध्यक्षता वाली आईसीजे की 15 सदस्यीय पीठ ने भारत और पाकिस्तान की मौखिक दलीलें सुनने के बाद 21 फरवरी को अपना फैसला सुरक्षित रखा था. इस मामले की कार्यवाही पूरी होने में दो साल और दो महीने का वक्त लगा.

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि पाकिस्तान ने आईसीजे में इस मामले में अपना पक्ष जोरदार तरीके से रखा है.

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कुलभूषण जाधव से मुलाकात करते उनके परिवार के सदस्य

सरकारी एसोसिएट प्रेस ऑफ पाकिस्तान ने फैसल के हवाले से कहा, 'पाकिस्तान अच्छे की आशा कर रहा है और वह आईसीजे का फैसला स्वीकार करेगा.'

भारत ने नई दिल्ली को जाधव तक राजनयिक पहुंच देने से बार-बार इंकार करके पाकिस्तान द्वारा वियना संधि के प्रावधानों का 'खुलेआम उल्लंघन' के लिए आठ मई 2017 को आईसीजे का दरवाजा खटखटाया था.

कुलभूषण के घर के बाहर से जानकारी देते संवाददाता

आईसीजे की दस सदस्यीय पीठ ने 18 मई 2017 को पाकिस्तान को जाधव की मौत की सजा पर अमल से रोक दिया था.

पढ़ें-PAK ने ICJ से कुलभूषण जाधव को राहत देने की भारत की मांग खारिज करने को कहा

आईसीजे में सुनवाई के दौरान, भारत और पाकिस्तान दोनों ने अपना अपना पक्ष रखा था और जवाब दिये थे.

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कुलभूषण जाधव मामले में आना है फैसला

इस मामले में भारत का पक्ष रखने वाले हरीश साल्वे ने पाकिस्तान की कुख्यात सैन्य अदालतों के कामकाज पर सवाल उठाए थे और 'दबाव वाले कबूलनामे' पर आधारित जाधव की मौत की सजा निरस्त करने का संयुक्त राष्ट्र की इस अदालत से अनुरोध किया था.

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ICJ-LD JADHAV
ICJ to deliver verdict in Kulbhushan Jadhav case on Wednesday
(Eds: Updating with quotes)
         The Hague, Jul 16 (PTI) The International Court of Justice will deliver on Wednesday its verdict in a case relating to Indian national Kulbhushan Jadhav, whose death sentence by a Pakistani military court based on an "extracted confession" has been questioned by India.
         Jadhav, 49, a retired Indian Navy officer, was sentenced to death by the Pakistani military court on charges of "espionage and terrorism" after a closed trial in April 2017. His sentencing evoked a sharp reaction in India.
         President of the Court Judge Abdulqawi Ahmed Yusuf will read out the verdict during a public sitting which will take place at 3 pm (6.30 pm IST) on Wednesday at the Peace Palace in The Hague, Netherlands.
         The verdict in the high-profile case comes nearly five months after a 15-member bench of ICJ led by Judge Yusuf had reserved its decision on February 21 after hearing oral submissions by India and Pakistan. The proceedings of the case took two years and two months to complete.
         Pakistan Foreign Office spokesperson Muhammad Faisal said that Pakistan has fully contested the case before the ICJ.
         "Pakistan was hoping for the best and would accept the decision of ICJ," he was quoted as saying by state-run Associated Press of Pakistan.
         India moved the ICJ in May 8, 2017 for the "egregious violation" of the provisions of the Vienna Convention by Pakistan by repeatedly denying New Delhi consular access to Jadhav.
         A bench of the ICJ, which was set up after World War II to resolve international disputes, on May 18, 2017 had restrained Pakistan from executing Jadhav till adjudication of the case.
         A four-day public hearing in the high-profile case took place in February amidst heightened tensions between India and Pakistan following one of the worst terror attacks in Jammu and Kashmir by Pakistan-based Jaish-e-Mohammed terror group that killed 40 CRPF soldiers on February 14.
         During the hearing in ICJ, both India and Pakistan submitted their detailed pleas and responses.
         India based its case on two broad issues -- breach of Vienna Convention on consular access and the process of resolution.
         Harish Salve, who was representing India in the case, questioned the functioning of Pakistan's notorious military courts and urged the top UN court to annul Jadhav's death sentence, which is based on an "extracted confession".
         In his submission in the ICJ on the last day of the hearing, Pakistan's counsel Khawar Qureshi said, "India's claim for relief must be dismissed or declared inadmissible."
         Pakistan claims that its security forces arrested Jadhav from restive Balochistan province on March 3, 2016 after he reportedly entered from Iran.
         However, India maintains that Jadhav was kidnapped from Iran where he had business interests after retiring from the Navy.
         Pakistan had rejected India's plea for consular access to Jadhav at the ICJ, claiming that New Delhi wants the access to get the information gathered by its "spy".
         However, Pakistan facilitated a meeting of Jadhav with his mother and wife in Islamabad on December 25, 2017. PTI AKJ
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Last Updated : Jul 17, 2019, 6:20 PM IST
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