श्रीनगर: अमरनाथ यात्रा (AMARNATH YATRA) की शुरुआत इस साल 30 जून से होगी. इस बार अमरनाथ यात्रा 43 दिनों तक चलेगी और 11 अगस्त को समाप्त होगी. श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के सीईओ नितीश्वर कुमार (Nitishwar Kumar, CEO, Shri Amarnathji Shrine Board) ने यह जानकारी दी. नीतिश्वर कुमार के मुताबिक श्रद्धालु बैंक, वेबसाइट, एप्लीकेशन या अमरनाथ पहुंचकर यात्रा का रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर की सेवा बालटाल और नुनवान पर होगी. इस बार करीब 8 लाख लोगों के आने की उम्मीद है. दोनों रूट से कुल मिलाकर 20 हजार श्रद्धालु रोज दर्शन कर सकेंगे.
RFID टैग : श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के सीईओ ने बताया कि 'इस बार हम श्रद्धालुओं को RFID टैग देंगे जिससे यात्रा के दौरान उनको ट्रैक कर सकें और यात्री भी अगला पड़ाव, आराम करने की जगह, मौसम की जानकारी आदि पता कर सकेंगे. हमने यात्रियों का बीमा कवर भी 3 लाख से 5 लाख रुपए किया है.
बता दें कि 43 दिवसीय अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण 11 अप्रैल से शुरू हो गया है. तीर्थयात्रा के दौरान पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त करने के लिए गृह मंत्रालय सुरक्षा बलों की 40 कंपनियां मुहैया करा चुका है. पिछले 2 साल से कोरोना महामारी की भयावहता को देखते हुए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने यात्रा रद्द करने का फैसला लिया था. हालांकि, पवित्र गुफा में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बाबा अमरनाथ का पूजन जारी था, लेकिन श्रद्धालुओं के लिए यात्रा बंद रखी गई थी.
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