ETV Bharat / sukhibhava

खुद से इस्तेमाल ना करे ये दवाईयां, डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया होने पर

Dr Suresh Kumar ने बताया कि डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया बुखार मरीज को होता है तो मरीज में प्लेटलेट्स की दर घटती जाती है. Platelets decreases होने या डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया होने से किसी और तरह की ज्यादा दिक्कत आने पर आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें और बिना डॉक्टर परामर्श के कोई भी दवाई ना लें. Dengue malaria chikungunya symptoms medicine .

Dengue malaria chikungunya symptoms medicine
डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया बुखार मरीज
author img

By

Published : Oct 12, 2022, 12:37 PM IST

Updated : Oct 13, 2022, 10:35 AM IST

नई दिल्ली: सितंबर, अक्टूबर, नवंबर महीने में अक्सर डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामलों में बढ़ोतरी देखी जाती है. ये महीने डेंगू मलेरिया के पीक के महीने होते हैं. इन दिनों में डेंगू, मलेरिया के संक्रमण के बढ़ने से बहुत सारे लोगों की मौत भी हो जाती है. एलएनजेपी हॉस्पिटल नई दिल्ली के मेडिकल डायरेक्टर डॉ सुरेश कुमार (Dr Suresh Kumar Medical Director LNJP Hospital New Delhi) ने बताया कि बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवाई इस्तेमाल ना करें और खास कर इन दिनों बुखार होने पर तो बिल्कुल भी किसी तरह की कोई दवाई अपने मन से मरीज इस्तेमाल ना करें.

Dr Suresh Kumar ने बताया कि डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया बुखार मरीज को होता है तो मरीज में प्लेटलेट्स की दर घटती (Platelets decreases) जाती है और ऐसे में अगर मरीज अपने मन से ब्रूफेन या स्पिरिन आदि दवा ले लेता है, तो मरीज की प्लेटलेट की दर और तेजी से घटती है. इसके कारण मरीज की हालत और खराब हो जाती है और मरीज को भर्ती होने की नौबत आ जाती है. Dr Suresh Kumar , LNJP Hospital का कहना है कि नार्मल बुखार होने पर पेरासिटामोल (Normal fever medicne Paracetamol) आप ले सकते हैं और Platelets decreases होने पर या किसी और तरह की ज्यादा दिक्कत आने पर आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें और बिना डॉक्टर परामर्श के कोई भी दवाई ना लें.

Special Fever Ward : डॉ कुमार ने आगे बताया कि LNJP Hospital New Delhi में इस वक्त डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों के लिए स्पेशल फीवर वार्ड बनाया गया है. जिसमें चालीस बेड की व्यवस्था है और यदि पेशेंट ज्यादा गंभीर होता है, क्योंकि प्लेटलेट्स घटने पर कई बार पेशेंट का ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा डाउन चला जाता है और स्थिति गंभीर बन जाती है, तो ऐसे मरीजों के लिए अलग से ICU की भी व्यवस्था की गई है.

इस समय दिल्ली के LNJP अस्पताल में 11 वयस्क और दो बच्चे डेंगू मलेरिया से ग्रसित होने पर भर्ती हुए थे. जिनमें से 9 ठीक होकर घर वापस जा चुके हैं. इन सभी को माइल्ड टू मॉडरेट हल्के फुल्के लक्षण ही थे. यह सभी 9 मरीज अस्पताल से स्वास्थ्य लाभ लेकर घर वापस जा चुके हैं और अभी तक अस्पताल में डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया होने से कोई भी मौत नहीं हुई है. डॉ सुरेश कुमार ने खाने पीने को लेकर भी खास हिदायत दी कि इन दिनों में जबकि डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया बहुत तेजी से फैलता है, तो लोगों को खानपान में भी ध्यान रखना चाहिए व सावधानी बरतनी चाहिए.

Medical Director LNJP Hospital Dr Suresh Kumar ने कहा कि हर व्यक्ति को पानी खूब पीना चाहिए, और साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए जैसे कि घर में या आसपास कहीं भी पानी जमा ना होने दें, घर के कूलर को साफ रखें, उसमें पानी जमा ना होने दें. खुले पड़े टायरों में पानी जमा न होने दें, क्योंकि इस मच्छर का लार्वा जमा हुए पानी में पनपता है और मच्छरदानी या मॉस्किटो कॉइल का उपयोग करें. पूरी बाजू की शर्ट पहने वह शरीर को ज्यादा से ज्यादा ढक कर रखें.-आईएएनएस

Dengue Cases : खतम नहीं हुआ है बारिश का मौसम, इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज

नई दिल्ली: सितंबर, अक्टूबर, नवंबर महीने में अक्सर डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामलों में बढ़ोतरी देखी जाती है. ये महीने डेंगू मलेरिया के पीक के महीने होते हैं. इन दिनों में डेंगू, मलेरिया के संक्रमण के बढ़ने से बहुत सारे लोगों की मौत भी हो जाती है. एलएनजेपी हॉस्पिटल नई दिल्ली के मेडिकल डायरेक्टर डॉ सुरेश कुमार (Dr Suresh Kumar Medical Director LNJP Hospital New Delhi) ने बताया कि बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवाई इस्तेमाल ना करें और खास कर इन दिनों बुखार होने पर तो बिल्कुल भी किसी तरह की कोई दवाई अपने मन से मरीज इस्तेमाल ना करें.

Dr Suresh Kumar ने बताया कि डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया बुखार मरीज को होता है तो मरीज में प्लेटलेट्स की दर घटती (Platelets decreases) जाती है और ऐसे में अगर मरीज अपने मन से ब्रूफेन या स्पिरिन आदि दवा ले लेता है, तो मरीज की प्लेटलेट की दर और तेजी से घटती है. इसके कारण मरीज की हालत और खराब हो जाती है और मरीज को भर्ती होने की नौबत आ जाती है. Dr Suresh Kumar , LNJP Hospital का कहना है कि नार्मल बुखार होने पर पेरासिटामोल (Normal fever medicne Paracetamol) आप ले सकते हैं और Platelets decreases होने पर या किसी और तरह की ज्यादा दिक्कत आने पर आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें और बिना डॉक्टर परामर्श के कोई भी दवाई ना लें.

Special Fever Ward : डॉ कुमार ने आगे बताया कि LNJP Hospital New Delhi में इस वक्त डेंगू मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों के लिए स्पेशल फीवर वार्ड बनाया गया है. जिसमें चालीस बेड की व्यवस्था है और यदि पेशेंट ज्यादा गंभीर होता है, क्योंकि प्लेटलेट्स घटने पर कई बार पेशेंट का ब्लड प्रेशर बहुत ज्यादा डाउन चला जाता है और स्थिति गंभीर बन जाती है, तो ऐसे मरीजों के लिए अलग से ICU की भी व्यवस्था की गई है.

इस समय दिल्ली के LNJP अस्पताल में 11 वयस्क और दो बच्चे डेंगू मलेरिया से ग्रसित होने पर भर्ती हुए थे. जिनमें से 9 ठीक होकर घर वापस जा चुके हैं. इन सभी को माइल्ड टू मॉडरेट हल्के फुल्के लक्षण ही थे. यह सभी 9 मरीज अस्पताल से स्वास्थ्य लाभ लेकर घर वापस जा चुके हैं और अभी तक अस्पताल में डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया होने से कोई भी मौत नहीं हुई है. डॉ सुरेश कुमार ने खाने पीने को लेकर भी खास हिदायत दी कि इन दिनों में जबकि डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया बहुत तेजी से फैलता है, तो लोगों को खानपान में भी ध्यान रखना चाहिए व सावधानी बरतनी चाहिए.

Medical Director LNJP Hospital Dr Suresh Kumar ने कहा कि हर व्यक्ति को पानी खूब पीना चाहिए, और साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए जैसे कि घर में या आसपास कहीं भी पानी जमा ना होने दें, घर के कूलर को साफ रखें, उसमें पानी जमा ना होने दें. खुले पड़े टायरों में पानी जमा न होने दें, क्योंकि इस मच्छर का लार्वा जमा हुए पानी में पनपता है और मच्छरदानी या मॉस्किटो कॉइल का उपयोग करें. पूरी बाजू की शर्ट पहने वह शरीर को ज्यादा से ज्यादा ढक कर रखें.-आईएएनएस

Dengue Cases : खतम नहीं हुआ है बारिश का मौसम, इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज

Last Updated : Oct 13, 2022, 10:35 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.