लखनऊ : योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एक बार फिर मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा करीब 12 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार व राज्यमंत्री स्तर के दस में से 12 मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जा सकती है. सूत्रों का दावा है कि मंत्रिमंडल में शपथ ग्रहण करने वाले सदस्यों के नाम की सूची आज दोपहर 12:00 बजे बीजेपी की तरफ से राजभवन भेज दी गई है. इसके बाद शाम 4:00 बजे से इकाना स्टेडियम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन होगा.
शपथ ग्रहण समारोह को लेकर आज राजधानी को भगवामय कर दिया गया है. इकाना स्टेडियम से लेकर मुख्यमंत्री आवास समेत अन्य प्रमुख स्थानों को भगवा से सजाया गया है. शहर में बड़े-बड़े होर्डिंग, कट-आउट और बीजेपी के झंडे लगाए गए हैं. शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित तमाम बड़े राजनेता शामिल होंगे. इसके अलावा करीब 12 राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री इस समारोह में हिस्सा लेंगे. शपथ ग्रहण समारोह के बाद शाम 7:00 बजे मुख्यमंत्री आवास पर डिनर का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया है.
भाजपा विधायक दल की बैठक में गुरुवार को योगी आदित्यनाथ को एक बार फिर सर्वसम्मति से भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक दल का नेता चुन लिया गया. वह लगातार दूसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे. पर्यवेक्षक के तौर पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास की मौजूदगी में योगी को विधायक दल का नेता चुना गया. भाजपा विधायक दल के सबसे वरिष्ठ सदस्य सुरेश कुमार खन्ना ने योगी के नाम का प्रस्ताव रखा, जिस पर सभी विधायकों ने रजामंदी दे दी. इसके बाद अमित शाह ने यूपी के अगले मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ के नाम की घोषणा की.
भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद योगी आदित्यनाथ राजभवन पहुंचे और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया. योगी मंत्रिमंडल का भव्य शपथ ग्रहण समारोह आज लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में आयोजित होना है. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्री, भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेता तथा विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियां शामिल होंगी.
योगी के साथ ये मंत्री लेंगे शपथ!
- केशव प्रसाद मौर्य- डिप्टी सीएम
- ब्रजेश पाठक- डिप्टी सीएम
- स्वतंत्र देव सिंह
- श्रीकांत शर्मा
- भूपेंद्र चौधरी
- पंकज सिंह
- लक्ष्मी नारायण चौधरी
- राजेश चौधरी
- सुरेश राणा
- सुरेश खन्ना
- महेंद्र सिंह
- सिद्धार्थनाथ सिंह
- बेबी रानी मौर्या
- सतीश महाना
- असीम अरुण
- अनिल राजभर
- आशुतोष टंडन
- सूर्य प्रताप शाही
- नन्द गोपाल नंदी
- अदिति सिंह
- राजेश्वर सिंह
- गुलाबो देवी
- अपर्णा यादव
- अरविंद कुमार शर्मा
- आशीष पटेल
- बासित अली
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माना जा रहा है कि योगी कैबिनेट को 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए तैयार किया गया है. टिकट बंटवारे में जिस तरह पिछड़ा वर्ग को तवज्जो दी गई वैसे ही मंत्रिमंडल में भी मिलने की उम्मीद है. इसके अलावा ब्राह्मण, दलित चेहरों को भी वरीयता दी जाएगी. सहयोगी पार्टियों से अपना दल (एस) के आशीष पटेल मंत्री बनेंगे, जो अनुप्रिया पटेल के पति हैं.
'पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा को बहुमत मिला'
भाजपा विधायक दल की बैठक में योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा को बहुमत मिला और पार्टी के सहयोग से यूपी में इतिहास रच दिया. उन्होंने कहा कि मैं सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रघुबर दास और पूरी पार्टी का आभार व्यक्त करता हूं. पांच साल तक उत्तर प्रदेश में सेवा का मौका देने के बाद मुझे विधायक दल का नेता चुना गया है. मैं इस प्रस्ताव का सम्मान करता हूं. यह पहली बार हुआ है कि कोई सीएम दोबारा मुख्यमंत्री बना दिया जाए.
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने ही प्रदेश में संगठन की अलग तरह की नींव रखी है. हमने एक-एक योजना को जनता को समर्पित किया है. प्रदेश में गरीब कल्याण योजना को पूरी प्रतिबद्धता के साथ लागू किया. इसलिए जनता ने हमको 2022 में दोबारा जिताया है. मैं 2017 में सामान्य सांसद था मगर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने अभिभावक की तरह मेरा मार्गदर्शन किया. उसके परिणाम आए. व्यापक निवेश हुए. यहां सुशासन, विकास और यूपी मॉडल की तरह पेश किया गया है. हमें कोई जानकारी नहीं थी. सांसद को अपनी बात को संसद में रखना आता है मगर जब मुख्यमंत्री की तरह काम करना हो तो यह बड़ी जिम्मेदारी होती है.
उन्होंने कहा कि आज यूपी अग्रणी हो गया है. लोगों को पहली बार लगा कि गरीब का घर बन सकता है. पहली बार यूपी दंगामुक्त हुआ था. आज प्रत्येक नागरिक को तकनीक के जरिए योजनाओं का लाभ मिल रहा है. तमाम देश के दुश्मनों ने दुष्प्रचार किया, मगर प्रधानमंत्री के मूल-मंत्र ने असर दिखाया. जनता ने राष्ट्रवाद, सुशासन के लिए वोट दिया है.
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