रांची: झारखंड ने ग्रीन एनर्जी को लेकर कदम बढ़ाते हुए एक बड़ी पहल की है. इसके तहत हाइड्रोजन से संचालित होने वाले भारी वाहनों के इंजन को बनाने के लिए देश का पहला प्लांट झारखंड में लगेगा. टाटा मोटर्स और कमिन्स ग्रुप के ज्वाइंट वेंचर से खोले जाने वाले इस इंडस्ट्री को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मौजूदगी में शुक्रवार को झारखंड मंत्रालय में एमओयू किया गया. यह प्लांट झारखंड के जमशेदपुर में लगेगा.
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इस मौके पर उद्योग सचिव जितेंद्र कुमार सिंह और टीसीपीएल ग्रीन एनर्जी सोल्यूशन प्रा.लि. के निदेशक अजय पाटिल के बीच समझौता करार हुआ. करीब 354 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला यह हाईड्रोजन टेक्नोलॉजी प्लांट देश का पहला प्लांट होगा, जो नेट जीरो के अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. झारखंड सरकार इस प्लांट की स्थापना में किसी तरह की अड़चन ना हो, इसके लिए सिंगल विंडो सिस्टम और अलग से एक नोडल अधिकारी नियुक्त करेगी.
आज का दिन झारखंड के लिए ऐतिहासिक दिन-मुख्यमंत्री: झारखंड मंत्रालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज का दिन झारखंड के लिए ऐतिहासिक दिन है. जलवायु परिवर्तन को लेकर जहां पूरी दुनिया चिंतित है, ऐसे में ग्रीन एनर्जी को लेकर देश भर में चल रहे अभियान में अपनी महती भागीदारी निभाते हुए झारखंड एक ऐसा राज्य है जिसने हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी को अपनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. इसके तहत देश का पहला हाइड्रोजन प्लांट जमशेदपुर में लगने जा रहा है.
उन्होंने कहा कि शुरुआत में भारी वाहन हाइड्रोजन से चलेंगे. बाद में छोटी बड़ी गाड़ियों में भी इसका इस्तेमाल किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने टाटा मोटर्स और उद्योग विभाग को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन वर्तमान समय की बड़ी चुनौतियां हैं, जिसको ध्यान में रखते हुए झारखंड ने जो यह कदम उठाया है, वह वाकई में काफी सराहनीय है.
2045 तक नेट जीरो करने का है टाटा का लक्ष्य-गिरिश बागे: प्रदूषण के कारण हो रहे जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए 2045 तक टाटा मोटर्स ने नेट जीरो का लक्ष्य रखा है. इसके तहत कमर्शियल वाहन से लेकर छोटी बड़ी टाटा की गाड़ियों को या तो इलेक्ट्रिक या बैट्री आधारित बना दिया जाएगा.
टाटा मोटर्स के निदेशक गिरीश बागे ने कहा कि जलवायु परिवर्तन को देखते हुए यह कदम उठाया गया है. आज से ही हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी से युक्त इस इंडस्ट्री के निर्माण की दिशा में कदम उठाया जाएगा. हमारी कोशिश होगी कि जल्द से जल्द इसे पूरा करें. रोजगार पर चर्चा करते हुए गिरीश बागे ने कहा कि प्रत्यक्ष रूप से 300 लोगों को रोजगार मिलेगा. लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से करीब 3000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है.
इस अवसर पर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड के लिए आज का दिन ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि जिस तरह से जलवायु परिवर्तन को लेकर पूरी देश दुनिया की चिंता बढ़ी हुई है. ऐसे में झारखंड ने जो कदम उठाया है, वह निश्चित रूप से न केवल झारखंड के लिए बल्कि पूरे देश के लिए लाभदायक साबित होगा.