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बुलंदशहर रेप कांड : गांव में तनावपूर्ण माहौल, पुलिस और PAC तैनात - इलाज के दौरान दुष्कर्म पीड़िता की मौत

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में रेप पीड़िता की मौत के बाद गांव में सन्नाटा पसरा है. गांव में माहौल तनावपूर्ण है. जिला पुलिस-प्रशासन की तरफ से एहतियात के तौर पर गांव में भारी पुलिस बल और पीएसी तैनात की गई है. पुलिस और पीएसी की टीम लगातार गांव की गलियों में गश्त कर रही है.

पुलिस और PAC तैनात
पुलिस और PAC तैनात
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Published : Nov 19, 2020, 1:16 AM IST

बुलंदशहर : दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज के दौरान दुष्कर्म पीड़िता की मौत हो गई. पीड़िता बुलंदशहर जिले के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र की थी. पीड़िता को गंभीर रूप से झुलसी हुई अवस्था में भर्ती कराया गया था. पीड़िता की मौत के बाद गांव में तनावपूर्ण माहौल है. परिवार ने अपने लिए सुरक्षा मांगी है. परिवार का कहना है कि उनकी कुछ मांगें हैं. अगर प्रशासन उनकी मांगों को मानता है तो ही अंतिम संस्कार किया जाएगा. हालांकि अभी किशोरी का पार्थिव शरीर दिल्ली से गांव नहीं पहुंचा है.

गुस्से में ग्रामीण, गांव में माहौल तनावपूर्ण
पीड़िता के गांव में तनावपूर्ण माहौल है. गांव की 14 वर्ष की बिटिया की मौत के बाद लोग काफी गमगीन हैं. ग्रामीणों काफी गुस्से में हैं. हालांकि बुधवार को बुलंदशहर डीएम और एसएसपी ने पीड़ित परिजनों से गांव में जाकर मुलाकात भी की. परिवार को सुरक्षा देने की बात भी आला अधिकारियों के द्वारा कही गई थी.

मृतका के परिवार को दी गई आर्थिक मदद
जिला प्रशासन की तरफ से मीडिया को जानकारी दी गई कि रेप पीड़िता की आग से जलने के कारण उपचार के दौरान दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में मौत हो गई थी. मृतका के परिवार को (अनुसूचित जाति जनजाति ) अत्याचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत बैंक खाता के माध्यम से आर्थिक सहायता के रूप में 3 लाख 75 हजार रुपये की धनराशि जिला प्रशासन की तरफ से दी गई है.

परिवार ने जताया जान का खतरा
वहीं, बुधवार को ईटीवी भारत की टीम पीड़िता के गांव पहुंची और पीड़ित परिजनों से बातचीत की. ईटीवी भारत से बातचीत में पीड़ित परिवार के लोगों ने अपनी जान का खतरा बताया. उन्होंने परिवार को सुरक्षा देने की मांग जिला प्रशासन से की. इतना ही नहीं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की.

पुलिस और पीएसी गांव में कर रही गश्त
रेप पीड़िता की मौत के बाद गांव में सन्नाटा पसरा है. वहीं जिला पुलिस-प्रशासन की तरफ से एहतियात के तौर पर गांव में भारी पुलिस बल और पीएसी तैनात की गई है. पुलिस और पीएसी की टीम लगातार गांव की गलियों में गश्त कर रही है.

पढ़ें-गैंगरेप पीड़िता का आरोप, पुलिस ने थाने में जूतों से पीटा

पीड़ित परिवार पर बनाया जा रहा था फैसले का दबाव
ईटीवी भारत से बातचीत में मृतका के चाचा ने बताया कि हमारे परिवार को आरोपी परिवार की तरफ से लगातार धमकियां दी जा रही थीं. पुलिस ने रेप की घटना में आरोपी को जेल जरूर भेजा था, लेकिन उससे पहले पुलिस की तरफ से पीड़ित परिवार को काफी प्रताड़ित किया गया था. परिवार ने आरोप लगाया कि आरोपी के परिवार की तरफ से लगातार फैसला करने का दबाव बनाया जा रहा था.

पुलिस ने पांच को किया गिरफ्तार
पुलिस ने परिवार की तरफ से दी गई तहरीर के आधार पर पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. परिवार के लोगों का ये भी आरोप है कि पुलिस ने तीन माह पूर्व जब रेप की घटना हुई तो सिर्फ एक आरोपी को जेल भेजा, जबकि बाकी कई और जो आरोपी थे, उन्हें तत्कालीन एसओ और सीओ ने बचाने का काम किया था.

बुलंदशहर : दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज के दौरान दुष्कर्म पीड़िता की मौत हो गई. पीड़िता बुलंदशहर जिले के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र की थी. पीड़िता को गंभीर रूप से झुलसी हुई अवस्था में भर्ती कराया गया था. पीड़िता की मौत के बाद गांव में तनावपूर्ण माहौल है. परिवार ने अपने लिए सुरक्षा मांगी है. परिवार का कहना है कि उनकी कुछ मांगें हैं. अगर प्रशासन उनकी मांगों को मानता है तो ही अंतिम संस्कार किया जाएगा. हालांकि अभी किशोरी का पार्थिव शरीर दिल्ली से गांव नहीं पहुंचा है.

गुस्से में ग्रामीण, गांव में माहौल तनावपूर्ण
पीड़िता के गांव में तनावपूर्ण माहौल है. गांव की 14 वर्ष की बिटिया की मौत के बाद लोग काफी गमगीन हैं. ग्रामीणों काफी गुस्से में हैं. हालांकि बुधवार को बुलंदशहर डीएम और एसएसपी ने पीड़ित परिजनों से गांव में जाकर मुलाकात भी की. परिवार को सुरक्षा देने की बात भी आला अधिकारियों के द्वारा कही गई थी.

मृतका के परिवार को दी गई आर्थिक मदद
जिला प्रशासन की तरफ से मीडिया को जानकारी दी गई कि रेप पीड़िता की आग से जलने के कारण उपचार के दौरान दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में मौत हो गई थी. मृतका के परिवार को (अनुसूचित जाति जनजाति ) अत्याचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत बैंक खाता के माध्यम से आर्थिक सहायता के रूप में 3 लाख 75 हजार रुपये की धनराशि जिला प्रशासन की तरफ से दी गई है.

परिवार ने जताया जान का खतरा
वहीं, बुधवार को ईटीवी भारत की टीम पीड़िता के गांव पहुंची और पीड़ित परिजनों से बातचीत की. ईटीवी भारत से बातचीत में पीड़ित परिवार के लोगों ने अपनी जान का खतरा बताया. उन्होंने परिवार को सुरक्षा देने की मांग जिला प्रशासन से की. इतना ही नहीं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की.

पुलिस और पीएसी गांव में कर रही गश्त
रेप पीड़िता की मौत के बाद गांव में सन्नाटा पसरा है. वहीं जिला पुलिस-प्रशासन की तरफ से एहतियात के तौर पर गांव में भारी पुलिस बल और पीएसी तैनात की गई है. पुलिस और पीएसी की टीम लगातार गांव की गलियों में गश्त कर रही है.

पढ़ें-गैंगरेप पीड़िता का आरोप, पुलिस ने थाने में जूतों से पीटा

पीड़ित परिवार पर बनाया जा रहा था फैसले का दबाव
ईटीवी भारत से बातचीत में मृतका के चाचा ने बताया कि हमारे परिवार को आरोपी परिवार की तरफ से लगातार धमकियां दी जा रही थीं. पुलिस ने रेप की घटना में आरोपी को जेल जरूर भेजा था, लेकिन उससे पहले पुलिस की तरफ से पीड़ित परिवार को काफी प्रताड़ित किया गया था. परिवार ने आरोप लगाया कि आरोपी के परिवार की तरफ से लगातार फैसला करने का दबाव बनाया जा रहा था.

पुलिस ने पांच को किया गिरफ्तार
पुलिस ने परिवार की तरफ से दी गई तहरीर के आधार पर पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. परिवार के लोगों का ये भी आरोप है कि पुलिस ने तीन माह पूर्व जब रेप की घटना हुई तो सिर्फ एक आरोपी को जेल भेजा, जबकि बाकी कई और जो आरोपी थे, उन्हें तत्कालीन एसओ और सीओ ने बचाने का काम किया था.

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