गोंडा/उप्र : उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के परसपुर थाना क्षेत्र के पसका गांव में सोमवार रात एक घर की छत पर सो रही दलित परिवार की तीन नाबालिग लड़कियां तेजाब फेंके जाने से झुलस गईं. पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि तीनों को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है.
पुलिस अधीक्षक (एसपी) शैलेश कुमार पाण्डेय ने आज यहां बताया, 'सोमवार की रात एक घर की छत पर तीन नाबालिग लड़कियां एक साथ सो रही थीं. सोते समय किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा 17 वर्षीय बड़ी लड़की को लक्ष्य करते हुए तेजाब फेंक दिया गया, जिससे वह करीब तीस फीसद झुलस गई. साथ में सोए होने के कारण उसकी दो छोटी बहनें भी तेजाब पड़ने के कारण बीस तथा सात-आठ फीसद झुलस गईं. तीनों को आनन-फानन में उपचार के लिए जिला चिकित्सालय लाया गया, जहां इलाज चल रहा है.'
उन्होंने बताया कि डाक्टरों के अनुसार, तीनों की हालत खतरे से बाहर है.
मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस के साथ वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, फारेंसिक टीम व श्वान दल के साथ मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया.
उन्होंने बताया कि आसपास के ही किसी व्यक्ति द्वारा इस जघन्य घटना को अंजाम दिए जाने की आशंका है. अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है. एसपी ने बताया कि विशेषज्ञों की टीम द्वारा रासायनिक पदार्थ का परीक्षण किया जा रहा है.