ऊना: जिला में कोविड-19 का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. हालत यह है कि महज 29 दिन के भीतर ऊना जिला में 1002 मामले सामने आ चुके हैं. लगातार कोरोना के मामले सामने आने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है. ऐसे में अब कोविड-19 के यूके स्ट्रेन की खोज के लिए भी अभियान जल्द चलने वाला है. उसके पीछे कारण यह है कि ऊना जिला पंजाब के साथ सटा हुआ है और पंजाब में यूके स्ट्रेन से कई लोग संक्रमित पाए गए हैं.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से सरकार को भेजा गया प्रस्ताव
सीएमओ ऊना डॉ. रमन शर्मा ने बताया कि नए स्ट्रेन की तलाश के लिए आरटी-पीसीआर सैंपल रैंडम जांच के लिए दिल्ली भेजने की योजना है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है.
गौरतलब है कि पंजाब में नए स्ट्रेन के कई मामले सामने आए हैं. ऊना जिला पंजाब के साथ सटा हुआ है. जिसके चलते पंजाब के लोगों का यहां आना-जाना लगा रहता है. जिला में कोविड-19 की रफ्तार इस कदर बढ़ चुकी है कि महज 29 दिनों में कोरोना के 1002 नए मामले सामने आए हैं.
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कोरोना गाइडलाइन तोड़ने पर मामला दर्ज करने के निर्देश
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए प्रशासन की ओर से सख्ती बरती जा रही है. कंटेनमेंट जोन में भी सख्ती बरतने के संकेत दिए गए हैं. ग्राम पंचायत और स्थानीय निकाय के जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ आशा वर्कर और आंगनबाड़ी वर्कर्स को संयुक्त रूप से जिम्मा सौंपा गया है. प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि कंटेनमेंट जोन में किसी भी प्रकार से ढिलाई न बरती जाए.
कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में 20 से 25 लोग शामिल
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए अब संक्रमित पाए जा रहे हर व्यक्ति की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में 20 से 25 लोगों को शामिल करके सैंपलिंग की जा रही है. ताकि बिगड़ती परिस्थितियों में कोरोना के एक्टिव केस को जल्द से जल्द सामने लाकर संक्रमण की रफ्तार को धीमा किया जा सके.
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