ऊना: जिला ऊना के उपमंडल हरोली के तहत कुठारबीत में एक सरकारी स्कूल में छात्र से मारपीट करने का मामला सामने आया है. मामले में एक सरकारी प्राइमरी स्कूल के तीसरी कक्षा के छात्र को एक सवाल का जवाब न देने पर अध्यापक ने बेरेहमी से चांटे जड़ दिए. अध्यापक की पिटाई से मासूम इतना ज्यादा सहम गया कि वह दो दिन तक स्कूल नहीं गया. इसी बीच जब पीड़ित छात्र के पिता अध्यापक की शिकायत लेकर स्कूल पहुंचे तो स्कूल स्टाफ द्वारा टाल-मटोल कर उन्हें घर भेज दिया गया.
पीड़ित छात्र के पिता विनोद कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि कुठारबीत गांव में स्थित सरकारी स्कूल से तीसरी कक्षा की पढ़ाई कर रहा छात्र बीते वीरवार को रोजाना की तरह स्कूल पहुंचा. क्लास के दौरान एक अध्यापक ने उक्त छात्र से एक सवाल किया तो वह उसका जवाब नहीं दे पाया. सवाल का उत्तर न देने पर शिक्षक को गुस्सा आया और उसने छात्र को थप्पड़ जड़ दिए. बताया जा रहा है कि अध्यापक ने पहले छात्र को अपनी टांगों के बीच लेते हुए कस के पकड़ा, उसके बाद चांटे मारे, ताकि छात्र हिल न सके.
उन्होंने बताया कि अध्यापक की पिटाई के बाद छात्र के चेहरे पर निशान पड़ गए और वह रोता हुआ घर पहुंचा. घर पहुंचने पर छात्र ने पूरी बात परिजनों को बताते हुए स्कूल न जाने की बात कही. बेटे को समझाने के बाद परिजनों स्कूल पहुंचे, जहां पर अध्यापक की शिकायत की. लेकिन अध्यापक भी गांव का ही होने के चलते स्कूल स्टाफ ने परिजनों को शिकायत पर कोई अगामी निर्णय लेने की बजाय टाल-मटोल कर वापस घर भेज दिया. वहीं, अध्यापक की मार से सहमा छात्र न तो शुक्रवार को स्कूल गया और न ही शनिवार को.
इस मामले में स्कूल के हेडमास्टर रूपेश कुमार का कहना है कि गलती तो हुई है, लेकिन हमने माफी मांग ली है. उन्होंने कहा कि अध्यापक ने धीरे से एक थप्पड़ मारा था. इसके लिए वह स्वयं घर जाकर माफी मांग चुके हैं. उन्होंने कहा कि अध्यापक ने भी घर में जाकर अपनी गलती के लिए माफी मांगी है.
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