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हिमाचल को लगी यह किसकी नजर! देवभूमि पर बढ़ी रेप और छड़खानी की घटनाएं - प्रदेश में बलात्कार और छेड़छाड़ के मामले

प्रदेश में पिछले कुछ सालों से महिलाओं के साथ अपराध के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. आए दिन प्रदेश में बलात्कार और छेड़छाड़ के मामलों में लगातार बढ़े हैं. ऊना जिला में पिछले दो सालों में ही बलात्कार और छेड़छाड़ के 93 मामले पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हुए हैं.

Report of cases of rape and molestation in District Una
देवभूमि पर बढ़ी रेप और छड़खानी की घटनाएं
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Published : Dec 14, 2019, 3:38 PM IST

ऊना: प्रदेश में पिछले कुछ सालों से महिलाओं के साथ अपराध के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. आए दिन प्रदेश में बलात्कार और छेड़छाड़ के मामलों में लगातार बढ़े हैं. ऊना जिला में पिछले दो सालों में ही बलात्कार और छेड़छाड़ के 93 मामले पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हुए हैं. जिनमें से करीब 30 मामले नाबालिग बच्चों के साथ पेश आए हैं.

प्रदेश के स्कूलों में भी छात्राओं के साथ भी छेड़खानी की घटनाओं में काफी बढ़ोतरी हुई है. जिससे यह साफ नजर आता है कि प्रदेश के स्कूलों में भी लड़कियां शायद सुरक्षित नहीं है. पिछले करीब 6 महीने में ही तीन सरकारी स्कूलों के अध्यापकों पर छात्राओं के साथ छेड़खानी के मामले सामने आ चुके हैं.

वीडियो रिपोर्ट

जिला ऊना में महिलाओं और नाबालिगों के साथ बालात्कार और छेड़छाड़ के मामलों के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए, तो दो वर्षों में 93 मामले दर्ज हुए हैं. 2018 के मुकाबले 2019 में कुछ कमी जरूर देखने को मिली है, लेकिन नाबालिगों के साथ बालात्कार के मामले पिछले वर्ष के मुकाबले इस साल भी बराबर ही रहे हैं.

वर्ष 2018 में जहां 18 वर्ष से ऊपर की महिलाओं के साथ रेप के 15 और छेड़छाड़ के 22 मामले सामने आए थे. वहीं, नाबालिगों के साथ रेप के 10 और छेड़छाड़ के 8 मामले पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हुए थे. वहीं 2019 में 18 वर्ष से ऊपर की महिलाओं के साथ रेप के 8 और छेड़छाड़ के 18 मामले दर्ज हुए हैं.

ये भी पढ़ें: हिमाचल की चोटियां ने ओढ़ी 'सफेद चादर', पर्यटन नगरी चायल में सीजन की पहली बर्फबारी

जिला ऊना में बढ़ रही महिलाओं के साथ अपराध की घटनाओं को लेकर अविभावक भी खासे चिंतित हैं. अविभावकों की माने तो सरकार को ऐसे मामलों पर सख्त कानून बनाकर दोषियों को सजा देनी चाहिए, जिससे इन पर लगाम लगाई जा सके. वहीं, एएसपी ऊना भी मानते है कि पिछले कुछ समय से स्कूलों में भी ऐसे मामले उजागर हो रहे हैं.

ऊना: प्रदेश में पिछले कुछ सालों से महिलाओं के साथ अपराध के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. आए दिन प्रदेश में बलात्कार और छेड़छाड़ के मामलों में लगातार बढ़े हैं. ऊना जिला में पिछले दो सालों में ही बलात्कार और छेड़छाड़ के 93 मामले पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हुए हैं. जिनमें से करीब 30 मामले नाबालिग बच्चों के साथ पेश आए हैं.

प्रदेश के स्कूलों में भी छात्राओं के साथ भी छेड़खानी की घटनाओं में काफी बढ़ोतरी हुई है. जिससे यह साफ नजर आता है कि प्रदेश के स्कूलों में भी लड़कियां शायद सुरक्षित नहीं है. पिछले करीब 6 महीने में ही तीन सरकारी स्कूलों के अध्यापकों पर छात्राओं के साथ छेड़खानी के मामले सामने आ चुके हैं.

वीडियो रिपोर्ट

जिला ऊना में महिलाओं और नाबालिगों के साथ बालात्कार और छेड़छाड़ के मामलों के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए, तो दो वर्षों में 93 मामले दर्ज हुए हैं. 2018 के मुकाबले 2019 में कुछ कमी जरूर देखने को मिली है, लेकिन नाबालिगों के साथ बालात्कार के मामले पिछले वर्ष के मुकाबले इस साल भी बराबर ही रहे हैं.

वर्ष 2018 में जहां 18 वर्ष से ऊपर की महिलाओं के साथ रेप के 15 और छेड़छाड़ के 22 मामले सामने आए थे. वहीं, नाबालिगों के साथ रेप के 10 और छेड़छाड़ के 8 मामले पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हुए थे. वहीं 2019 में 18 वर्ष से ऊपर की महिलाओं के साथ रेप के 8 और छेड़छाड़ के 18 मामले दर्ज हुए हैं.

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जिला ऊना में बढ़ रही महिलाओं के साथ अपराध की घटनाओं को लेकर अविभावक भी खासे चिंतित हैं. अविभावकों की माने तो सरकार को ऐसे मामलों पर सख्त कानून बनाकर दोषियों को सजा देनी चाहिए, जिससे इन पर लगाम लगाई जा सके. वहीं, एएसपी ऊना भी मानते है कि पिछले कुछ समय से स्कूलों में भी ऐसे मामले उजागर हो रहे हैं.

Intro:देवभूमि हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ सालों से हवस के शैतानों ने प्रदेश का नाम शर्मसार करने शुरू कर दिया है। आये दिन प्रदेश में बलात्कार और छेड़छाड़ के मामलों में लगातार बढ़ौतरी होती जा रही है। ऊना जिला में पिछले दो सालों में ही बलात्कार और छेड़छाड़ के 93 मामले पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हुए है जिनमें से 30 मामले तो केवल नाबालिगों के साथ ही पेश आये है। वहीँ विद्या के मंदिर कहे जाने वाले स्कूलों में भी बच्चियां सुरक्षित प्रतीत नहीं हो रही है पिछले करीब 6 माह में ही तीन सरकारी स्कूलों के अध्यापकों पर छात्राओं के साथ गन्दी हरकतों के मामले सामने आ चुके है। जिससे कहीं न कहीं अविभावक भी चिंतित है।Body: अगर जिला ऊना में महिलाओं और नाबालिगों के साथ बालात्कार व छेड़छाड़ के मामलों के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए, तो दो वर्षों में 93 मामले दर्ज हुए हैं। 2018 के मुकाबले 2019 में कुछ कमी जरूर देखने को मिली है, लेकिन नाबालिगों के साथ बालात्कार के मामले पिछले वर्ष के मुकाबले इस साल भी बराबर ही रहे हैं। वर्ष 2018 में जहां 18 वर्ष से ऊपर की महिलाओं के साथ बलात्कार के 15 और छेड़छाड़ के 22 मामले सामने आए थे। वहीं नाबालिगों के साथ बलात्कार के 10 और छेड़छाड़ के 8 मामले पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हुए थे। वहीं 2019 में 18 वर्ष से ऊपर की महिलाओं के साथ बलात्कार के 8 और छेड़छाड़ के 18 मामले दर्ज हुए हैं। वहीं नाबालिगों के साथ बलात्कार के 10 और छेड़छाड़ के 2 मामले पुलिस के पास पहुंचे हैं।

बाइट -- विनोद धीमान (एएसपी ऊना)
RAPE DATA 4

जिला ऊना में तो अब विद्या के मंदिरों में भी बच्चियां सुरक्षित दिखाई नहीं पड़ रही है। जिला ऊना में पिछले कुछ अरसे से स्कूलों में अध्यापकों द्वारा बच्चियों के साथ छेड़छाड़ के मामलों में इजाफा हुआ है। अगर पिछले छह माह की बात की जाए, तो गगरेट उपमंडल में दो अध्यापकों की गंदी हरकतें जनता के सामने आई। वहीं हरोली उपमंडल के एक अध्यापक की करतूत भी छात्राओं ने उजागर की है। हैरानी तो इस बात को लेकर है कि उपमंडल हरोली के शास्त्री अध्यापक पर एक-दो नहीं, बल्कि करीब तीन दर्जन छात्राओं ने छेड़छाड़ के आरोप लगाए हैं। एएसपी ऊना भी मानते है कि पिछले कुछ समय से स्कूलों में भी ऐसे मामले सामने आये है।

बाइट -- विनोद धीमान (एएसपी ऊना)
RAPE DATA 5

Conclusion:वहीँ जिला ऊना में बढ़ रही बालात्कार और छेड़छाड़ की घटनाओं को लेकर अविभावक भी खासे चिंतित है। अविभावकों की माने तो सरकार को ऐसे मामलों पर सख्त कानून बनाकर दोषियों को सख्त सजा देनी चाहिए ताकि इन पर लगाम लग सके।

बाइट -- सुमन पूरी (स्थानीय वासी)
RAPE DATA 6

बाइट -- ईश ग्रोवर (स्थानीय वासी)
RAPE DATA 7

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