ऊना: प्रदेश में पिछले कुछ सालों से महिलाओं के साथ अपराध के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. आए दिन प्रदेश में बलात्कार और छेड़छाड़ के मामलों में लगातार बढ़े हैं. ऊना जिला में पिछले दो सालों में ही बलात्कार और छेड़छाड़ के 93 मामले पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हुए हैं. जिनमें से करीब 30 मामले नाबालिग बच्चों के साथ पेश आए हैं.
प्रदेश के स्कूलों में भी छात्राओं के साथ भी छेड़खानी की घटनाओं में काफी बढ़ोतरी हुई है. जिससे यह साफ नजर आता है कि प्रदेश के स्कूलों में भी लड़कियां शायद सुरक्षित नहीं है. पिछले करीब 6 महीने में ही तीन सरकारी स्कूलों के अध्यापकों पर छात्राओं के साथ छेड़खानी के मामले सामने आ चुके हैं.
जिला ऊना में महिलाओं और नाबालिगों के साथ बालात्कार और छेड़छाड़ के मामलों के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए, तो दो वर्षों में 93 मामले दर्ज हुए हैं. 2018 के मुकाबले 2019 में कुछ कमी जरूर देखने को मिली है, लेकिन नाबालिगों के साथ बालात्कार के मामले पिछले वर्ष के मुकाबले इस साल भी बराबर ही रहे हैं.
वर्ष 2018 में जहां 18 वर्ष से ऊपर की महिलाओं के साथ रेप के 15 और छेड़छाड़ के 22 मामले सामने आए थे. वहीं, नाबालिगों के साथ रेप के 10 और छेड़छाड़ के 8 मामले पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हुए थे. वहीं 2019 में 18 वर्ष से ऊपर की महिलाओं के साथ रेप के 8 और छेड़छाड़ के 18 मामले दर्ज हुए हैं.
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जिला ऊना में बढ़ रही महिलाओं के साथ अपराध की घटनाओं को लेकर अविभावक भी खासे चिंतित हैं. अविभावकों की माने तो सरकार को ऐसे मामलों पर सख्त कानून बनाकर दोषियों को सजा देनी चाहिए, जिससे इन पर लगाम लगाई जा सके. वहीं, एएसपी ऊना भी मानते है कि पिछले कुछ समय से स्कूलों में भी ऐसे मामले उजागर हो रहे हैं.