ऊना: पंजाब के लुधियाना से हमीरपुर के प्रसिद्ध दियोटसिद्ध बाबा बालक नाथ के दरबार के लिए निकला श्रद्धालुओं का जत्था शुक्रवार को ऊना के संतोषगढ़ नगर पहुंचा. ये जत्था हर साल 300 किलोमीटर पैदल सफर तय कर दियोटसिद्ध पहुंचता है.
लुधियाना की कुम्हार मंडी से बाबा बालक नाथ के दरबार तक 57वीं वार्षिक पैदल यात्रा निकाली जा रही है. शुक्रवार को श्रद्धालुओं के जत्थे का संतोषगढ़ नगर पहुंचने पर शहरवासियों ने उनका भव्य स्वागत किया. संतोषगढ़ के विश्वकर्मा मंदिर व मुख्य मार्केट संतोषगढ़ से होते हुए जत्थे में शामिल श्रद्धालुओं ने बाल विद्यालय में विश्राम किया. श्रद्धालुओं के लिए विश्वकर्मा मंदिर में भंडारे का विशेष प्रबंध किया गया.
जत्थे में शामिल भक्त संजीव कुमार ने बताया कि लगभग पांच दशकपहले लुधियाना स्थित कुम्हार मंडी से भक्त तरसेम के नेतृत्व में बाबा बालकनाथ के दर्शनों के लिए पैदल यात्रा का सिलसिला शुरू हुआ था, जो उनकेबाद से आज भी जारी है. ये पैदल यात्रा 300किलोमीटर का सफर तय करकेदियोटसिद्व पहुंचती है. रविवार को ये यात्रा दियोटसिद्ध पहुंचेगी.
श्रद्धालुओं की माने तो जिनभक्तों की मनोकामना पूरी होती है, वे बाबा बालक नाथ के दरबार झंडों समेत पहुंचते हैं और झंडा चढ़ाने के बाद ही उनकी यात्रा पूरी होती है. जत्थे में शामिल नवजीत कौर ने बताया कि इस यात्रा में देश ही नहीं बल्कि विदेश में रह रहे पंजाबी लोग भी भाग लेते हैं. वहीं, एक अन्य श्रद्धालु सागर खुराना ने बताया कि इस यात्रा की खास बात ये है कि इसे पैदल ही पूरा किया जाता है. इस यात्रा को पूरा करने में 10 दिन का समय लग जाता है.