ऊना: जिला ऊना के अंदरौली स्थित गोबिंद सागर झील में 2 से 6 मार्च तक 22वीं अखिल भारतीय पुलिस जल क्रीड़ा प्रतियोगिता-2023 का आयोजन किया जा रहा है. ऊना जिले में होने वाली राष्ट्रीय स्तर की जल क्रीड़ा प्रतियोगिता की मेजबानी इस बार हिमाचल प्रदेश को मिली है. इस प्रतियोगिता के संबध में हिमाचल प्रदेश पुलिस के महानिदेशक संजय कुंडू ने बुधवार शाम पुलिस लाइन्स ऊना में पत्रकारवार्ता कर जानकारी दी.
इस मौके पर डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसी भौगोलिक परिस्थितियों में जल क्रीड़ाओं के लिए अपार संभावनाएं हैं, हालांकि किन्हीं कारणों के चलते अभी तक जल क्रीड़ा को प्रदेश में वह स्थान नहीं मिल पाया, लेकिन हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा आयोजित की जा रही अखिल भारतीय पुलिस जल क्रीड़ा प्रतियोगिता के बाद निश्चित रूप से जल क्रीड़ा को लेकर प्रदेश की तस्वीर और तकदीर दोनों बदलेंगे.
डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि भारत सरकार और ऑल इंडिया पुलिस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड द्वारा इस प्रतियोगिता के आयोजन की मेजबानी हिमाचल पुलिस को प्रदान की गई है और हिमाचल पुलिस बेहतरीन तरीके से इस जिम्मेदारी को निभाएगी. हिमाचल प्रदेश पुलिस की मेजबानी में 22वीं अखिल भारतीय पुलिस जल क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन जिला ऊना के अंदरोली स्थित गोबिंद सागर झील में किया जा रहा है. 2 से 6 मार्च तक आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता की तैयारियों को लेकर डीजीपी संजय कुंडू ने क्रीड़ा स्थल का दौरा किया, जबकि बुधवार शाम को उन्होंने पुलिस लाइंस में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान इस प्रतियोगिता के संबंध में तमाम जानकारी प्रदान की.
डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि प्रतियोगिता का शुभारंभ उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री द्वारा 2 मार्च को किया जाएगा जबकि इसके अतिरिक्त 6 मार्च को प्रतियोगिता के समापन पर प्रदेश के खेल एवं युवा सेवाएं मामले और लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे.
डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पुलिस के लिए यह हर्ष का विषय है कि भारत सरकार और ऑल इंडिया पुलिस खेल कंट्रोल बोर्ड द्वारा इस बड़ी प्रतियोगिता के आयोजन की जिम्मेदारी प्रदेश पुलिस को सौंपी गई है. उन्होंने कहा कि गोबिंद सागर झील के इस क्षेत्र का चयन प्रतियोगिता को इस लिए भी किया गया है, क्योंकि यहां पर स्टिल वाटर उपलब्ध है.
डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों के साथ-साथ जल स्रोतों की पर्याप्त उपलब्धता है. हालांकि इसके बावजूद यहां पर वाटर स्पोर्ट्स आयोजित नहीं हो पाई, लेकिन अखिल भारतीय पुलिस जल क्रीड़ा प्रतियोगिता के बाद इस क्षेत्र में भी प्रदेश को एक बड़ा फ्लिक मिलने वाला है. डीजीपी ने कहा कि अखिल भारतीय पुलिस जल क्रीड़ा प्रतियोगिता में देश भर से 500 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता के आयोजन का केवल मात्र यही उद्देश्य है कि इसके बाद हिमाचल प्रदेश में जल क्रीड़ा को बढ़ावा दिया जा सके.
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