ऊना: कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से प्रदेश भर में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है. कोरोना कर्फ्यू के दौरान ऊना जिले में बेवजह सड़कों पर घूमने वाले लोगों से पूछताछ कर चालान किए जा रहे हैं. कोरोना कर्फ्यू में दी गई ढील के बाद जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस के जवान मोर्चा संभाल रहे हैं. इसी के साथ प्रदेश की सीमा पर भी कड़ा पहरा दिया जा रहा है. हिमाचल में आने वाले लोगों के लिए ई-पास अब उनकी यात्रा का कारण देखकर ही मंजूर किए जा रहे हैं. इसमें भी अधिकतर घर लौटने वाले लोग या फिर मेडिकल इमरजेंसी वाले लोगों को ही इजाजत दी जा रही है.
बेवजह घूमने वालों के कटे चालान
कोरोना कर्फ्यू में दी गई 3 घंटे की ढील के दौरान लोग काफी संख्या में सड़कों पर उमड़ रहे हैं. हालांकि ढील का समय खत्म होते ही पुलिस के जवानों ने जिला मुख्यालय समेत तमाम शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मोर्चा संभाल लिया. कर्फ्यू के पहले दिन लोगों को इसकी जानकारी देते हुए चेतावनी दी गई थे लेकिन दूसरे दिन सड़कों पर बेवजह घुमने वाले लोगों से पूछताछ की गई. बाहर आने का ठोस कारण न बताने पर लोगों के चालान काटे गए.
बिना ई-पास के नहीं मिलेगी एंट्री
प्रदेश की सीमाओं पर भी पहरा कड़ा कर दिया गया है. अब किसी को भी बिना ई-पास अप्रूवल के हिमाचल की सीमा में प्रवेश नहीं दिया जा रहा. इतना ही नहीं अब हिमाचल प्रदेश में आने वाले लोगों की यात्रा का कारण देखकर ही पास मंजूर किए जा रहे हैं. इनमें अधिकतर बाहरी राज्यों से हिमाचल स्थित अपने घर आने वाले लोगों के साथ-साथ मेडिकल इमरजेंसी के लिए बाहर गए लोग या फिर इस विकट परिस्थिति में परिजनों की मदद के लिए घर आने वाले लोगों के पास ही अप्रूव किए जा रहे हैं. डीसी ऊना राघव शर्मा ने बताया कि प्रशासन सरकार द्वारा जारी निर्देशों की पालना करवाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है.
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