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ऊना में फार्मासिस्ट के कई पद खाली, आयुर्वेदिक केंद्रों में मरीजों को दवाइयां लेने में आ रही दिक्कत

ऊना में आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों की कमी के चलते मरीजों को दवाइयां लेने में परेशानी उठानी पड़ रही है. सरकार द्वारा जिला ऊना में लोगों को आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाने के लिए पांच आयुर्वेदिक अस्पताल और ग्रामीण इलाकों में 69 आयुर्वेदिक हेल्थ सेंटर खोले गए हैं, ताकि लोगों को घर के नजदीक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सके.

Patients suffering due to lack of pharmacists in Una
ऊना में फार्मासिस्ट की कमी के चलते मरीजों को हो रही दिक्कत
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Published : Dec 11, 2019, 3:27 PM IST

ऊना: जिला ऊना में आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों की कमी के चलते मरीजों को दवाइयां लेने में परेशानी उठानी पड़ रही है. सरकार द्वारा जिला ऊना में लोगों को आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाने के लिए पांच आयुर्वेदिक अस्पताल और ग्रामीण इलाकों में 69आयुर्वेदिक हेल्थ सेंटर खोले गए हैं, ताकि लोगों को घर के नजदीक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सके.

ऊना में आयुर्वेदिक हेल्थ सेंटरों और अस्पतालों में फार्मासिस्टों की भारी कमी के चलते मरीजों को दवाइयां लेने में खासी दिक्कत झेलनी पड़ रही है. वहीं आयुर्वेद विभाग जल्द इन पदों पर फार्मासिस्टों की तैनाती का दावा कर रहा है.

वीडियो रिपोर्ट

सरकार आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्दति को बढ़ावा देने के बड़े बड़े दावे कर रही है, लेकिन सरकार के यह दावे ऊना में हवा हवाई होते दिखाई दे रहे है. जिला में लोगों को आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिये सरकार द्वारा जिला में पांच आयुर्वेदिक अस्पताल खोले हैं, जिनमें से केवल तीन अस्पताल सुचारू रूप से कार्य कर रहे हैं, जबकि दो अस्पतालों में मूलभूत सुविधाओं और स्टाफ की कमी के चलते इनको शुरू भी नहीं किया जा सका है.

वहीं ग्रामीण स्तर पर लोगों को आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए 70 आयुर्वेद हेल्थ सेंटर खोले गए है, ताकि लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दूर न जाना पड़े, लेकिन इस आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी पिछले लंबे समय से आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट के करीब 35 पद खाली चल रहे हैं. इसके चलते मरीजों को दवाइयां लेने में खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है.

इसके साथ ही जिला में चार आयुर्वेदिक चिकित्सकों के पद भी रिक्त पड़े हैं, जिसके चलते मरीजों को अपना इलाज करवाने में भी काफी दिक्कत पेश आ रही है. स्थानीय लोगों ने सरकार से आयुर्वेदिक विभाग में खाली पड़े पदों को जल्द भरने की गुहार लगाई है ताकि लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पाए.

वहीं, जिला आयुर्वेद अधिकारी सुशील चंद्र नाग ने कहा कि जल्द ही प्रदेश सरकार द्वारा आयुर्वेदिक फार्मोसिस्टों की भर्ती की जा रही है. इससे जिला में खाली चल रहे पदों पर फार्मासिस्ट की तैनाती सुनिश्चित हो पायेगी.

ये भी पढ़ें: ऊना में स्कूटी और ट्रक की जोरदार भिड़ंत, स्कूटी सवार व्यक्ति की मौके पर मौत

ऊना: जिला ऊना में आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों की कमी के चलते मरीजों को दवाइयां लेने में परेशानी उठानी पड़ रही है. सरकार द्वारा जिला ऊना में लोगों को आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाने के लिए पांच आयुर्वेदिक अस्पताल और ग्रामीण इलाकों में 69आयुर्वेदिक हेल्थ सेंटर खोले गए हैं, ताकि लोगों को घर के नजदीक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सके.

ऊना में आयुर्वेदिक हेल्थ सेंटरों और अस्पतालों में फार्मासिस्टों की भारी कमी के चलते मरीजों को दवाइयां लेने में खासी दिक्कत झेलनी पड़ रही है. वहीं आयुर्वेद विभाग जल्द इन पदों पर फार्मासिस्टों की तैनाती का दावा कर रहा है.

वीडियो रिपोर्ट

सरकार आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्दति को बढ़ावा देने के बड़े बड़े दावे कर रही है, लेकिन सरकार के यह दावे ऊना में हवा हवाई होते दिखाई दे रहे है. जिला में लोगों को आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिये सरकार द्वारा जिला में पांच आयुर्वेदिक अस्पताल खोले हैं, जिनमें से केवल तीन अस्पताल सुचारू रूप से कार्य कर रहे हैं, जबकि दो अस्पतालों में मूलभूत सुविधाओं और स्टाफ की कमी के चलते इनको शुरू भी नहीं किया जा सका है.

वहीं ग्रामीण स्तर पर लोगों को आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए 70 आयुर्वेद हेल्थ सेंटर खोले गए है, ताकि लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दूर न जाना पड़े, लेकिन इस आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी पिछले लंबे समय से आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट के करीब 35 पद खाली चल रहे हैं. इसके चलते मरीजों को दवाइयां लेने में खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है.

इसके साथ ही जिला में चार आयुर्वेदिक चिकित्सकों के पद भी रिक्त पड़े हैं, जिसके चलते मरीजों को अपना इलाज करवाने में भी काफी दिक्कत पेश आ रही है. स्थानीय लोगों ने सरकार से आयुर्वेदिक विभाग में खाली पड़े पदों को जल्द भरने की गुहार लगाई है ताकि लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पाए.

वहीं, जिला आयुर्वेद अधिकारी सुशील चंद्र नाग ने कहा कि जल्द ही प्रदेश सरकार द्वारा आयुर्वेदिक फार्मोसिस्टों की भर्ती की जा रही है. इससे जिला में खाली चल रहे पदों पर फार्मासिस्ट की तैनाती सुनिश्चित हो पायेगी.

ये भी पढ़ें: ऊना में स्कूटी और ट्रक की जोरदार भिड़ंत, स्कूटी सवार व्यक्ति की मौके पर मौत

Intro:स्लग -- ऊना में आयुर्वेदिक फार्मोसिस्टों का टोटा, जिला में फार्मासिस्ट के 36 पद खाली, आयुर्वेदिक केंद्रों में मरीजों को दवाइयां लेने में आ रही दिक्कत, आयुर्वेदिक विभाग खाली पदों को जल्द भरने का कर रहा दावा।Body:एंकर -- जिला ऊना में आयुर्वेदिक फार्मोसिस्टों की कमी के चलते मरीज़ों को दवाइयां लेने में परेशानी उठानी पड़ रही है। सरकार द्वारा जिला ऊना में लोगों को आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाने के लिए पांच आयुर्वेदिक अस्पताल और ग्रामीण इलाकों में 69 आयुर्वेदिक हेल्थ सेंटर खोले गए हैं । ताकि लोगों को घर के नजदीक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सके। लेकिन ऊना में आयुर्वेदिक हेल्थ सेंटरों व अस्पतालों में फार्मोसिस्टों की भारी कमी चल रही है। जिसके चलते मरीज़ों को दवाइयां लेने में खासी दिक्कत झेलनी पड़ रही है। वहीं आयुर्वेद विभाग जल्द इन पदों पर फार्मोसिस्टों की तैनाती का दावा कर रहा है।

वी ओ 1 -- एक तरफ सरकारें आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्दति को बढ़ावा देने के बड़े बड़े दावे कर रही है लेकिन सरकार के यह दावे ऊना में हवा हवाई होते दिखाई दे रहे है। जिला में लोगों को आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिये सरकार द्वारा जिला में पांच आयुर्वेदिक अस्पताल खोले हैं, जिनमें से केवल तीन अस्पताल सुचारू रूप से कार्य कर रहे हैं। जबकि दो अस्पतालों में मूलभूत सुविधाओं और स्टाफ की कमी के चलते इनको शुरू भी नहीं किया जा सका है। वहीँ ग्रामीण स्तर पर लोगों को आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए 70 आयुर्वेद हेल्थ सेंटर सेंटर खोले गए है, ताकि लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दूर ना जाना पड़े, लेकिन इस आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी पिछले लंबे से समय से आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट के करीव 35 पद रिक्त चल रहे हैं। जिसके चलते मरीजों को दवाइयां लेने खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। इसके साथ ही जिला में चार आयुर्वेदिक चिकित्सकों के पद भी रिक्त पड़े हैं। जिसके चलते मरीजों को अपना इलाज करवाने में भी काफी दिक्कत पेश आ रही है। स्थानीय लोगों ने सरकार से आयुर्वेदिक विभाग में खाली पड़े पदों को शीघ्र भरने की गुहार लगाई है ताकि लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएँ मिल पाए।

बाइट -- स्थानीय वासी
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Conclusion: वहीं जिला आयुर्वेद अधिकारी सुशील चंद्र नाग ने कहा कि जल्द ही प्रदेश सरकार द्वारा आयुर्वेदिक फार्मोसिस्टों की भर्ती की जा रही है। जिससे जिला में खाली चल रहे पदों पर फार्मोसिस्ट की तैनाती सुनिश्चित हो पायेगी।

बाइट -- सुशील चंद्र नाग (जिला आयुर्वेदिक अधिकारी, ऊना)
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