ऊना: मानसून में हुई भारी बरसात ने जिला ऊना में प्रशासन के दावों की पोल खोल दी. बरसात का पानी शहर में कहर मचा रहा है, आपदा प्रबंधन के सारे प्रबंध धरे के धरे रह गए हैं. हर साल प्रशासन मानूसन के सीजन में जल निकासी को लेकर बड़े-बड़े वादे करता है, लेकिन भारी बारिश के दौरान सरकारी व्यवस्थाओं पर पानी फिर जाता है.
भारी बारिश से ऊना का मिनी सचिवालय भी बरसात के पानी से भर गया. तेज बारिश से शहर में जलभराव का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि मिनी सचिवालय के साथ लगती डीसी कॉलोनी में सरकारी अधिकारियों के घरों में भी पानी भर गया, जबकि शहर की सड़कों पर दरिया बहता दिखा.
पानी की निकासी के लिए फायर ब्रिगेड और नगरपालिका के कर्मियों को लगाना पड़ा. लोगों ने पानी की उचित निकासी नहीं होने के लिए प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. लोगों का कहना है कि बरसात को लेकर प्रशासन कोई पुख्ता प्रबंध नहीं करता है.
तेज बारिश के कारण घरों और सचिवालय में पानी भरे होने की वजह से कर्मचारियों को ऑफिस पहुंचने में देरी हुई. भारी बारिश से ऊना के कई इलाके और सड़कें पानी-पानी हो गई. जिसके चलते काफी देर तक सड़कों पर वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही. वहीं, कई इलाकों में दुकानों में भी बरसात का पानी घुस आया, जिससे आम जनता को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा.
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