ऊना: जिला ऊना के उपमंडल गगरेट में पुलिस ने शिवबाड़ी के समीप लकड़ी से लदे 14 वाहनों को पकड़ने में सफलता हासिल की है. पुलिस की शुरुआती जांच में पाया गया कि ये वाहन हर दूसरे दिन लकड़ी लेकर पंजाब को जाते हैं. पुलिस ने वन अधिनियम, पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, चोरी व जालसाजी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच तेज कर दी है.
शिवबाड़ी में पकड़ी अवैध लकड़ी: मिली जानकारी के अनुसार वीरवार सुबह गगरेट पुलिस ने शिवबाड़ी के पास नाका लगाया हुआ था. इस दौरान जिला कांगड़ा व हमीरपुर के विभिन्न स्थानों से लकड़ी से लदी गाडियां पंजाब की तरफ आती दिखाई दीं. जब इन्हें रोककर पड़ताल की गई तो पाया गया कि कुछ गाडियों में जो लकड़ी लदी है, वह परमिट में दर्शाई गई लकड़ियों से भिन्न है. यही नहीं, बल्कि परमिट में लकड़ी की किस्म को बालन दर्शाया गया था, जबकि गाडियों में मोच्छे लदे थे. जिस पर पुलिस ने जब लकड़ी से लदे 14 वाहनों को जब्त कर पड़ताल शुरू की, तो पाया गया कि कांगड़ा के पालमपुर से लेकर देहरा, ज्वालाजी और हमीरपुर जिले की गाडियां, ये अवैध लकड़ी लेकर पंजाब की ओर जा रही थीं.
लकड़ी के 14 वाहनों को किया जब्त: वहीं, इस दौरान अधिकांश वाहनों के पास वन विभाग द्वारा जारी किए गए परमिट थे, जिस पर लकड़ी की बालन किस्म को दर्शाया गया था. हालांकि नियमों के अनुसार किसी भी वाहन में लकड़ी तभी भरी जा सकती हैं, जब फारेस्ट गार्ड मौके पर वहां मौजूद हो. वहीं, पुलिस द्वारा यह भी जांच की जा रही है कि कहीं हिमाचल की वन संपदा को बड़े पैमाने पर कोई संगठित गिरोह पंजाब तो नहीं पहुंचा रहा है.
मामले पर SIT गठित: मामले की जानकारी देते हुए एसपी अर्जित सेन ठाकुर ने बताया कि यह मामला सीधे-सीधे हिमाचली वन संपदा की तस्करी से जुड़ा हो सकता है. इसलिए इस मामले में एसआईटी का गठन किया गया है. जिसके जांच अधिकारी SHO गगरेट अशोक चौधरी होंगे और डीएसपी डॉ. वसुधा सूद इस मामले को मॉनिटर करेंगी. उन्होंने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर कटान कैसे हो रहा है, यह भी जांच का विषय है.
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