ऊना: कृषि विज्ञान केंद्र में जल शक्ति अभियान के तहत किसान मेले का आयोजन किया गया. जिसमें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. वहीं, कृषि वैज्ञानिकों ने मेले में पहुंचे किसानों को पानी के महत्व बताते हुए जल संचय और जल संरक्षण के टिप्स दिए.
बता दें कि ऊना जिला देश के उन 255 जिलों में शुमार है जहां पर भूमिगत जल का स्तर लगातार गिर रहा है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिला में एक दशक में भू-जल स्तर लगभग 2 मीटर नीचे गया है, जो कि चिंता का विषय है. ऊना में भूमि में मौजूद पानी से 148 प्रतिशत अधिक पानी का इस्तेमाल पीने और सिंचाई के लिए हो रहा है. किसान मेले के दौरान किसानों को कृषि की आधुनिक तकनीकों, उत्पादों से सम्बंधित जानकारी भी दी गई.
ऊना जिला को इस समस्या से बाहर निकालने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार के साथ-साथ विभिन्न विभाग व संस्थाएं प्रयासरत है. इसी कड़ी के तहत कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा जल शक्ति अभियान को लेकर ऊना में किसान मेले का आयोजन किया गया.
वहीं चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के अनुसंधान विभाग के निदेशक वीके वत्स ने किसानों को कम पानी का प्रयोग कर उन्नत खेती के बारे में बताया और खेतों के माध्यम से भूमि में पानी को रिचार्ज करने की जानकारी भी दी.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि देश में पानी की समस्या से निपटने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने जलशक्ति अभियान का आगाज किया है. सत्ती ने कहा कि भू-जल स्तर लगातार गिर रहा है जिसकी चपेट में जिला ऊना भी आया है. उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न विभागों के माध्यम से कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, ताकि इस समस्या से निपटा जा सके.