ऊना: मामूली से नाक के ऑपरेशन के बाद जिला ऊना के गांव सनोली के 39 वर्षीय दवेंद्र की बुधवार को मौत हो गई थी. दिवेंद्र को सांस लेने में कठनाई हो रही थी, जिसके चलते उसने मैहतपुर के निजी अस्पताल में अक्सर मोहाली से आने वाले एक चिकित्सक से परामर्श लिया और डॉक्टर ने नाक का मांस बढ़ा हुआ बताकर नाक का ऑपरेशन करवाने की सलाह दी. जिसके बाद दवेंद्र ने अपने नाक के ऑपरेशन के लिए मैहतपुर के निजी अस्पताल में बुधवार को ऑपरेशन करवाया. लेकिन, ऑपरेशन के बाद उसे होश नहीं आया और उसे मोहाली में जांच के लिए ले जाया गया. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
परिजनों का आरोप है कि मैहतपुर के निजी अस्पताल में मोहाली से आये चिकित्सक और स्थानीय अस्पताल के संचालक की लापरवाही से युवक की मौत हो गई और डॉक्टर ही इस मौत के लिए जिम्मेदार है. इसी को लेकर परिवार व स्थानीय लोगों ने वीरवार को पुलिस को शिकायत सौंपी थी. जिसके बाद पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज करने के साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए टांडा भेज दिया था.
शुक्रवार को जैसे ही टांडा से शव ऊना लाया गया तो परिजन और ग्रामीण मैहतपुर स्थित निजी अस्पताल के बाहर इकट्ठा हो गए. लेकिन प्रदर्शन की भनक लगते ही अस्पताल प्रबंधन द्वारा अस्पताल को बंद कर दिया गया था. जिसके बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने चंडीगढ़ धर्मशाला सड़क मार्ग जाम कर दिया. मृतक के परिवार का आरोप है कि दवेंद्र खुद बाइक चलाकर क्लीनिक आया था. उसे कोई गंभीर बीमारी नहीं थी. फिर कैसे एक नाक के छोटे से ऑपरेशन के कारण उसकी मौत हो गई.
वहीं, परिजनों के डॉक्टर की गिरफ्तारी और मृतक के परिवार को उचित मुआवजे की मांग की है. चंडीगढ़ धर्मशाला हाइवे पर हुए जाम के बाद पुलिस के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और परिवार के सदस्यों के साथ-साथ ग्रामीणों को समझाने का प्रयास करने में जुटे रहे. लेकिन परिजन लगातार अपनी मांग पर अड़े हुए हैं.
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