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ऊना पुलिस ने पकड़े 27 लाख की ठगी के 2 शातिर, MBA स्टूडेंट है एक आरोपी

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यह एक बहुत बड़ा शातिर गिरोह है जिसके अन्य साथियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा. एएसपी ऊना ने बताया कि यह लोग इंटरनेट के माध्यम से लोगों को अपनी बातों के जाल में उलझाकर ठगी का शिकार बनाते थे.

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Published : Jul 15, 2019, 6:48 PM IST

2 arrested in fraud case by una police

ऊना: जिला में एक अध्यापक को बीमा पॉलिसी में अधिक लाभ का लालच देकर 26 लाख 80 हजार रुपये की ठगी के दो आरोपियों को दबोचने में पुलिस ने सफलता हासिल की है. पुलिस ने इस मामले को 15 दिनों में ही सुलझाकर दोनों आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है.


पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यह एक बहुत बड़ा शातिर गिरोह है जिसके अन्य साथियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा. एएसपी ऊना ने बताया कि यह लोग इंटरनेट के माध्यम से लोगों को अपनी बातों के जाल में उलझाकर ठगी का शिकार बनाते थे. पकड़े गए आरोपियों में से एक एमबीए का छात्र है जबकि एक ड्राइवर है. इस गिरोह का एक अन्य सदस्य 3 जुलाई को ही दिल्ली में डकैती के मामले में बंद है.

जानकारी देते एएसपी ऊना


ये गिरोह छोटे गांवों में रहने वाले लोगों को बीमा पॉलिसी पर अधिक लाभ देने का लालच देकर ठगी का शिकार बनाते थे. बता दें कि ऊना पुलिस द्वारा पकड़े गए इस गिरोह पर गगरेट क्षेत्र के गांव नंगल जरियाला के अध्यापक को बीमा पॉलिसी में अधिक लाभ देने का लालच देकर 26 लाख 80 हजार रुपये ठगने का आरोप था.


पुलिस द्वारा आरोपी दीपक को दिल्ली के पहाड़गंज इलाके से दबोचा गया जबकि अमर सिंह को सीमापुरी से गिरफ्तार किया गया है. गगरेट पुलिस थाना में पीड़ित अध्यापक द्वारा करीब 15 दिन पहले ही ठगी का मामला दर्ज करवाया गया था, जिसके बाद इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस की एक टीम का गठन किया गया.


पुलिस टीम बैंक खातों और मोबाइल नंबरों के आधार पर दिल्ली पहुंची जहां पुलिस के समक्ष इस गिरोह को लेकर कई अहम खुलासे हुए. अभी तक हुई पूछताछ से सामने आया है कि यह गिरोह देश की राजधानी दिल्ली से ही अपना नेटवर्क चला रही था. इस गिरोह द्वारा एक फर्म भी बनाई गई थी जिसके माध्यम से यह लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं. आरोपियों द्वारा खुलवाए गए बैंक खाते भी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खुलवाए गए थे. अपने बैंक खातों में ठगी की राशि आने के बाद आरोपी अलग-अलग एटीएम मशीनों से पैसे की निकासी करते थे.


एएसपी ऊना विनोद धीमान ने बताया कि यह गिरोह बहुत ही शातिराना तरीके से छोटे कस्बों और गांव के लोगों को बड़ी बड़ी रकम का लालच देकर अपने जाल में फंसाता था. एएसपी ऊना ने दावा किया कि इस गिरोह में और लोग भी शामिल है जिसे लेकर पुलिस टीम जांच कर रही है.


एएसपी ने बताया कि पिछले कुछ समय से ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. एएसपी ऊना ने कहा कि ऊना जिला में ऐसे ही ठगी के तीन से चार मामले दर्ज है. जिन पर पुलिस लगातार छानबीन कर रही है. इस तरह के ठग गिरोह जाली दस्तावेजों के आधार पर बैंक खाते खुलवाते हैं. वहीं यह गिरोह एक मोबाइल और सिम भी सिर्फ एक-डेढ़ महीना ही इस्तेमाल करते हैं जिस कारण इन तक पहुंचना काफी मुश्किल हो जाता है.

ऊना: जिला में एक अध्यापक को बीमा पॉलिसी में अधिक लाभ का लालच देकर 26 लाख 80 हजार रुपये की ठगी के दो आरोपियों को दबोचने में पुलिस ने सफलता हासिल की है. पुलिस ने इस मामले को 15 दिनों में ही सुलझाकर दोनों आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है.


पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार यह एक बहुत बड़ा शातिर गिरोह है जिसके अन्य साथियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा. एएसपी ऊना ने बताया कि यह लोग इंटरनेट के माध्यम से लोगों को अपनी बातों के जाल में उलझाकर ठगी का शिकार बनाते थे. पकड़े गए आरोपियों में से एक एमबीए का छात्र है जबकि एक ड्राइवर है. इस गिरोह का एक अन्य सदस्य 3 जुलाई को ही दिल्ली में डकैती के मामले में बंद है.

जानकारी देते एएसपी ऊना


ये गिरोह छोटे गांवों में रहने वाले लोगों को बीमा पॉलिसी पर अधिक लाभ देने का लालच देकर ठगी का शिकार बनाते थे. बता दें कि ऊना पुलिस द्वारा पकड़े गए इस गिरोह पर गगरेट क्षेत्र के गांव नंगल जरियाला के अध्यापक को बीमा पॉलिसी में अधिक लाभ देने का लालच देकर 26 लाख 80 हजार रुपये ठगने का आरोप था.


पुलिस द्वारा आरोपी दीपक को दिल्ली के पहाड़गंज इलाके से दबोचा गया जबकि अमर सिंह को सीमापुरी से गिरफ्तार किया गया है. गगरेट पुलिस थाना में पीड़ित अध्यापक द्वारा करीब 15 दिन पहले ही ठगी का मामला दर्ज करवाया गया था, जिसके बाद इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस की एक टीम का गठन किया गया.


पुलिस टीम बैंक खातों और मोबाइल नंबरों के आधार पर दिल्ली पहुंची जहां पुलिस के समक्ष इस गिरोह को लेकर कई अहम खुलासे हुए. अभी तक हुई पूछताछ से सामने आया है कि यह गिरोह देश की राजधानी दिल्ली से ही अपना नेटवर्क चला रही था. इस गिरोह द्वारा एक फर्म भी बनाई गई थी जिसके माध्यम से यह लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं. आरोपियों द्वारा खुलवाए गए बैंक खाते भी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खुलवाए गए थे. अपने बैंक खातों में ठगी की राशि आने के बाद आरोपी अलग-अलग एटीएम मशीनों से पैसे की निकासी करते थे.


एएसपी ऊना विनोद धीमान ने बताया कि यह गिरोह बहुत ही शातिराना तरीके से छोटे कस्बों और गांव के लोगों को बड़ी बड़ी रकम का लालच देकर अपने जाल में फंसाता था. एएसपी ऊना ने दावा किया कि इस गिरोह में और लोग भी शामिल है जिसे लेकर पुलिस टीम जांच कर रही है.


एएसपी ने बताया कि पिछले कुछ समय से ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. एएसपी ऊना ने कहा कि ऊना जिला में ऐसे ही ठगी के तीन से चार मामले दर्ज है. जिन पर पुलिस लगातार छानबीन कर रही है. इस तरह के ठग गिरोह जाली दस्तावेजों के आधार पर बैंक खाते खुलवाते हैं. वहीं यह गिरोह एक मोबाइल और सिम भी सिर्फ एक-डेढ़ महीना ही इस्तेमाल करते हैं जिस कारण इन तक पहुंचना काफी मुश्किल हो जाता है.

Intro:स्लग -- ऊना पुलिस ने 26 लाख 80 हजार ठगी के दो आरोपी दबोचे, बीमा पॉलिसी के नाम पर अध्यापक से की थी ठगी, पकड़े गए आरोपियों से पुलिस पूछताछ में जुटी।Body:एंकर -- ऊना में एक अध्यापक को बीमा पॉलिसी में अधिक लाभ का लालच देकर 26 लाख 80 हजार रुपये की ठगी के दो आरोपियों को दबोचने में पुलिस ने सफलता हासिल की है। पुलिस ने इस मामले को 15 दिनों में ही सुलझाकर दोनों आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि यह एक बहुत बड़ा शातिर गिरोह है जिसके अन्य साथियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा। एएसपी ऊना ने बताया कि यह लोग इंटरनेट के माध्यम से लोगों को अपनी बातों के जाल में उलझाकर ठगी का शिकार बनाते थे। पकड़े गए आरोपियों में से एक एमबीए का छात्र है जबकि एक ड्राइवर है। इस गिरोह का एक अन्य सदस्य तीन जुलाई को ही दिल्ली में डकैती के मामले में बंद है।

वी ओ 1 -- ऊना पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है जोकि छोटे छोटे गांवों में रहने वाले लोगों को बीमा पॉलिसी पर अधिक लाभ देने का लालच देकर ठगी का शिकार बनाते थे।
बता दें कि ऊना पुलिस द्वारा पकड़े गए इस गिरोह पर गगरेट क्षेत्र के गांव नंगल जरियाला के अध्यापक को बीमा पॉलिसी में अधिक लाभ देने का लालच देकर 26 लाख 80 हजार रुपये ठगने का आरोप था। पुलिस द्वारा आरोपी दीपक को दिल्ली के पहाड़गंज इलाके से दबोचा गया जबकि अमर सिंह को सीमापुरी से गिरफ्तार किया गया है। गगरेट पुलिस थाना में पीड़ित अध्यापक द्वारा करीब 15 दिन पहले ही ठगी का मामला दर्ज करवाया गया था। जिसके बाद इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस की एक टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम बैंक खातों और मोबाइल नंबरों के आधार पर दिल्ली पहुंची जहाँ पुलिस के समक्ष इस गिरोह को लेकर कई अहम खुलासे हुए। पकड़े गए आरोपियों में से अमर सिंह एमबीए का छात्र है । जबकि दीपक पेशे से ड्राइवर है वहीँ इनका एक साथी रितिक बंसल दिल्ली में ही हुई डकैती मामले में तीन जुलाई से जेल में बंद है। दिल्ली जेल में बंद रितिक बंसल को भी ऊना पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर लेने की प्रक्रिया पूरी करने में जुट गई है। ताकि गिरोह की सारी गतिविधियों की जानकारी सामने आ सके। अभी तक हुई पूछताछ से सामने आया है कि यह गिरोह देश की राजधानी दिल्ली से ही अपना नेटवर्क चला रही थी। इस गिरोह द्वारा एक फर्म भी बनाई गई थी जिसके माध्यम से यह लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं। आरोपियों द्वारा खुलवाए गए बैंक खाते भी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खुलवाए गए थे। अपने बैंक खातों में ठगी की राशि आने के बाद आरोपी अलग-अलग एटीएम मशीनों से पैसे की निकासी करते थे।

बाइट -- विनोद धीमान (एएसपी ऊना)
FRAUD ARREST 2

एएसपी ऊना विनोद धीमान की माने तो यह गिरोह बहुत ही शातिराना तरीके से छोटे कस्बों और गांव के लोगों को बड़ी बड़ी रकम का लालच देकर अपने जाल में फंसाता था। एएसपी ऊना ने दावा किया कि इस गिरोह में और लोग भी शामिल है जिसे लेकर पुलिस टीम जांच कर रही है।


बाइट -- विनोद धीमान (एएसपी ऊना)
FRAUD ARREST 3

एएसपी ऊना ने बताया कि पिछले कुछ समय से ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ते जा रहे है। एएसपी ऊना ने कहा कि ऊना जिला में ऐसे ही ठगी के तीन से चार मामले दर्ज है । जिन पर पुलिस लगातार छानवीन कर रही है। एएसपी ने बताया कि इस तरह के ठग गिरोह जाली दस्तावेजों के आधार पर बैंक खाते खुलवाते है । वहीँ यह गिरोह एक मोबाइल और सिम भी सिर्फ एक-डेढ़ महीना ही इस्तेमाल करते है जिस कारण इन तक पहुंचना काफी मुश्किल हो जाता है। Conclusion:
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