सोलन: जिला सोलन में शुक्रवार को जिला परिषद कार्यालय में जिला परिषद के त्रैमासिक बैठक आयोजित हुई, जिसमें कुल 60 मदों पर चर्चा की गई, इनमें से 49 पुरानी मदें और 16 नई मदें थी. खासकर इनमें सड़कों,बिजली और पानी के मुद्दे को लेकर चर्चा की गई. दरअसल, बैठक की खास बात यह रही कि इसमें साल 2021 से जो समस्याएं पर चर्चा हो रही है, वह पूरी नहीं हो पा रही है. ऐसे में अधिकारियों को लताड़ लगाते हुए भी जिला परिषद सदस्य दिखे और काम में लापरवाही बरतने को लेकर जिला परिषद के अध्यक्ष से मांग की कि इसको लेकर त्वरित कार्रवाई की जाए,ताकि विकास कार्यों में तेजी लाई जा सके.
एडीसी बोले-विकास कार्यों में तेजी लाए अधिकारी: एडीसी सोलन अजय यादव ने बैठक की अध्यक्षता के दौरान कहा कि आज सभी विभागों के तकरीबन सभी अधिकारी पहुंचे थे. जिन्होंने आज आई सभी मदों को लेकर संतोषजनक जवाब दिया है, लेकिन कई जगह पर विकासकार्यों में लापरवाही बरती जा रही है और उन्हें समय से पूरा नहीं किया जा रहा है, ऐसे में सभी विभागों के अधिकारियों को आज यह निर्देश दिए गए हैं कि विकास कार्यों में तेजी लाई जाए. एडीसी ने कहा कि आपदा के दौर में काफी नुकसान देखने को मिला है. ऐसे में कई संपर्क मार्ग,पेयजल स्रोतों को नुकसान पहुंचा है, इन्हें दुरुस्त करने के निर्देश समय-समय पर जारी किए जा रहे हैं और आज इसको लेकर बैठक में भी चर्चा हुई है.
'सभी सदस्य सीएम राहत कोष में देंगे एक माह का वेतन': जिला परिषद सोलन के अध्यक्ष रमेश ठाकुर ने कहा कि आपदा को देखते हुए जिला परिषद सोलन सरकार और प्रशासन से मांग करती है कि जल्द से जल्द आपदा में बेघर हुए लोगों को जमीन मुहैया करवाई जाए, ताकि वे लोग फिर से अपना जीवन यापन सही तरीके से कर सके. मेश ठाकुर ने कहा कि आपदा के दौर को देखते हुए एक माह का वेतन सभी जिला परिषद सदस्य सीएम राहत कोष में देंगे,ताकि प्रदेश के पुनर्निर्माण में कुछ मदद हो सके.
बैठक में 60 मदों पर हुई चर्चा: रमेश ठाकुर ने कहा कि आज कुल 60 मदों पर चर्चा हुई है जिसको लेकर अधिकारियों ने भी जवाब दिए है लेकिन कई जगहों पर विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे हैं ऐसे में इसको लेकर विभागों के अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि आने वाले समय में इन सभी कामों को समय पर पूरा कर लिया जाएगा. बता दें, बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्ष सोलन रमेश ठाकुर ने की और इस दौरान एडीसी सोलन अजय यादव बैठक में विशेष रूप से मौजूद रहे.