नालागढ़: ग्राम पंचायत करसोली की पंचायत प्रधान वंदना की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम कार्यक्रम के बाहर नारेबाजी की. प्रतिनिधिमंडल ग्राम पंचायत करसोली में हो रहे अवैध खनन को लेकर एसडीएम नालागढ़ को अवगत करवाने के उद्देश्य से पहुंचे थे. एसडीएम नालागढ़ के छुट्टी पर होने के चलते एसडीएम कार्यालय का घेराव कर जमकर नारेबाजी की गई. इस दौरान मौके पर पहुंचकर तहसीलदार ने लोगों को शांत किया.
तहसीलदार के माध्यम से एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया. जिसमें लोगों ने एसडीएम नालागढ़ से उनके गांव में पिछले लंबे समय से हो रहे अवैध खनन को रोकने और खनन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई है.
गांव की जमीन को हो रहा नुकसान
ग्रामीणों का कहना है कि लीज की आड़ में उनके गांव के साथ लगते नालों, सरकारी भूमि और कुछ जगह तो ग्रामीणों की जमीनों को भी साफ कर दिया गया है. ये अवैध खनन पिछले दो-तीन साल से बड़ी जोर-शोर से हो रहा है.
प्रशासन के खिलाफ रोष
लोगों ने बताया कि वह कई बार खनन विभाग व पुलिस को शिकायतें भी दी. मगर आज दिन तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जिस वजह से ग्रामीणों में प्रशासन की कार्यप्रणाली के खिलाफ रोष है. प्रशासन की लापरवाही के चलते आज उनके गांव की उपजाऊ व निजी भूमि को भारी नुकसान हो रहा है. सरकार को भी करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है.
लोगों ने लगाए ये आरोप
लोगों का आरोप है कि जब भी वह प्रशासन को खनन के बारे में सूचना देते हैं, तो वह फोन बंद कर देते हैं या मौके पर नहीं आते. खनन अधिकारी हमेशा अपने दफ्तर में बैठे रहते है और कहा जाता है जमीन लीज दे रखी है, लेकिन मौके पर आकर कभी निशानदेही नहीं की जाती. आज यह हालात हो चुके हैं कि खनन माफिया द्वारा सरकारी भूमि पर लगे बिजली के खंभों के आसपास की सारी मिट्टी चुरा ली गई है और कुछ बिजली के खंभे तो गिरने की कगार पर पहुंच चुके हैं. जिससे आने वाले समय में कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है.
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