सोलन: भाजपा की शमलेच के समीप एक बीघा जमीन को किसी अन्य को बेचने वाले जमीन मालिक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. कथित आरोपी बीते तीन दिन से पुलिस को चकमा दे रहा था. पुलिस ने आरोपी को रविवार दोपहर बाद गिरफ्तार किया है.
मिली जानकारी के मुताबिक धोखाधड़ी की शिकायत होने के बाद से ही कथित आरोपी शहर से फरार हो गया था. हालांकि पुलिस उससे संपर्क कर रही थी, लेकिन संपर्क नहीं हो पा रहा था. इसके बाद पुलिस ने उसे सिरमौर जिला के नारग के समीप कालाघाट से उसके किसी रिश्तेदार के घर से पकड़ा है. पुलिस आरोपी को सोलन ले आई है.
- मामले में होंगे कई खुलासे
पुलिस को उम्मीद है कि अब मामले में कई खुलासे होंगे और इस धोखाधड़ी में और कितने लोग शामिल हैं इस बात का खुलासा जल्द हो सकता है. बताया जा रहा है कि इसमें कुछ भाजपा के नेता भी पुलिस की राडार पर हो सकते हैं. मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा कार्यालय के लिए जमीन का सौदा करवाने वाले भाजपा के एक नेता की एहम भूमिका बताई जा रही है. शहर में चर्चाओं का माहौल गर्म है कि इस मामले से जुड़ा भाजपा से संबंध रखने वाला व्यक्ति कई अधिवक्ताओं के पास बेल की बात करने जा चुका है.
- लेटर लिख घर से फरार था कथित आरोपी
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस को गुमराह करने के लिए कथित आरोपी ने एक पत्र लिखा था. वह इस पत्र को घर पर ही छोड़कर गया था. हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस पत्र में क्या लिखा था.
- क्या था पूरा मामला
बीते शुक्रवार को भाजपा जिला अध्यक्ष आशुतोष वैद्य ने पुलिस को एक शिकायत दी थी. शिकायत में कहा गया था कि भारतीय जनता पार्टी सोलन में अपना पार्टी कार्यालय बनाने जा रही थी. इसके लिए उन्होंने सोलन में एक जमीन देखी और जमीन के मालिक को 35 लाख और 50 लाख की दो किश्त एडवांस में दी गई. केवल 5 लाख रुपए ही रजिस्ट्री के दौरान देने बाकी रह गए थे. इसके बाद कार्यालय बनाने के लिए दस्तावेज एकत्रित करके धारा 118 के तहत परमिशन के लिए मामला सरकार के पास भेजा गया था. बताया जा रहा है कि परमिशन लेने के लिए पूर्व पार्षद ने काफी दौड़ भाग की थी, लेकिन इसी बीच भूमि मालिक ने यह भूमि किसी अन्य व्यक्ति को बेच दी.
- कैसे हुआ मामला उजागर
भाजपा राष्ट्रीय कार्यालय निर्माण समिति के संयोजक का सोलन दौरा था. इससे पहले ही भाजपा द्वारा खरीदी जा रही जमीन की सुध ली गई. राजस्व विभाग से जब जमीन की फर्द निकाली गई तो पता चला कि जिस जमीन की भाजपा द्वारा 85 लाख रुपए की अदायगी हो गई थी, उस जमीन को किसी और व्यक्ति को 26 लाख रुपये में बेचा जा चुका है.
- 118 के तहत नहीं ले सके मंजूरी
मामला साल 2016 का है, जब भाजपा द्वारा शमलेच के पास कार्यालय के लिए 1 बीघा जमीन देखी गई थी. 90 लाख रुपये तय होने के बाद भाजपा द्वारा 35 और 50 लाख रुपए की दो किश्तों में अदायगी की गई और बकाया राशी धारा 118 की परमिशन के बाद दी गई थी, लेकिन अभी तक भाजपा धारा 118 की परमिशन नहीं ले सकी, जबकि प्रदेश में बीते तीन सालों से भाजपा की ही सरकार है.
एसपी सोलन अभिषेक यादव का कहना है कि धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.
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