बद्दी/सोलन: दून क्षेत्र के पट्टा नाली और सोड़ी पंचायत के एक दर्जन गांवों ने पंचायत चुनाव समेत आने वाले सभी चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला लिया है. ग्रामीणों ने अलग पंचायत बनाने की मांग की थी. अपनी इस मांग को लेकर ग्रामीण सीएम जयराम ठाकुर से भी मिले थे. वहीं, अब मांग पूरा न होने पर ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला लिया है.
पट्टा नाली पंचायत के कैडोल, तुझार, पिपला, छमरोट, धार, धनयोण, रूगी, भोगपुर और सौड़ी पंचायत के साथ बहमड़ी व उसके साथ लगते गांवों के ग्रामीण कैडोल गांव में इकट्ठे हुए. इस दौरान ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ जमकर रोष प्रकट किया. ग्रामीणों ने कहा कि अलग पंचायत के गठन को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी मुलाकात की थी. इसके बावजूद भी उनकी मांग को अनदेखा किया गया.
ग्रामीणों ने बताया कि पट्टा नाली काफी बड़ी पंचायत है. साथ ही सौड़ी पंचायत का बहमड़ी वार्ड अलग थलग है. इस वार्ड के लोगों को वाया बद्दी होकर करीब 40 कि.मी. का लंबा सफर तय करने के बाद अपनी पंचायत के मुख्यालय पहुंचना पड़ता है. इसलिए ग्रामीणों ने सौड़ी व पट्टा नाली के कुछ गांव को मिला कर एक अलग पंचायत बनाने की मांग रखी थी.
इसके सभी दस्तावेज तैयार करके डीसी सोलन के माध्यम से सरकार को भेजे गए थे. यही नहीं, पंचायत भवन के लिए चार बिस्वा जमीन दान भी कर दी थी. प्रशासन व सरकार की ओर से अलग से पंचायत बनाने का आश्वासन भी मिल चुका था, लेकिन पुनर्गठन की सूची में उनकी पंचायत का नाम गायब था.
ग्रामीणों ने कहा कि उनका वार्ड पिछले लोकसभा चुनाव में सर्वश्रेष्ठ रहा. इसके चलते उनके वार्ड को पांच लाख रुपये इनाम राशि भी मिली. इतना सब कुछ होने के बाद भी सरकार ने उनकी जायज मांग की अनदेखी की है. वहीं, अब ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से आने वाले सभी चुनाव के बहिष्कार का फैसला लिया है.
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