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खेत में सीवरेज का पानी छोड़ने पर मक्का की फसल बर्बाद, किसान ने लगाई मदद की गुहार

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Published : Jul 5, 2020, 8:12 PM IST

नारंगपुर गांव में किसान के खेत में सीवरेज का पानी छोड़ने पर मक्की की फसल बर्बाद हो गई. ऐसे में खेती पर निर्भर किसान को परिवार के फरण पोषण करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, किसान ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.

Maize crop damaged
मक्का की फसल बर्बाद

बद्दी/सोलन: ओद्यौगिक क्षेत्र बद्दी में थाना पंचायत के नारंगपुर गांव में एक गरीब किसान के खेत प्रशासन की अनदेखी के कारण नाले में तबदील हो गए. किसान के खेत में सीवरेज का पानी छोड़ दिया गया, जिससे खेत में लगी मक्का की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. वहीं, अब किसान ने मीडिया के जरिये अपना दर्द बयां किया और सरकार से मदद की अपील की है.

दून की ग्राम पंचायत थाना के नारंगपुर गांव के किसान गुरबख्श राम और उनेके भाई परस राम ने बताया कि उनकी उपजाऊ भूमि पर उगी मक्का की फसल लगभग पूरी तरह बर्बाद हो गई है. उन्होंने कहा कि गांव के एक प्रतिनिधि ने उनकी जमीन में सीवरेज का पानी छोड़ा दिया. उनके बार-बार बोलने के बाद भी उक्त व्यक्ति सीवरेज के पानी को उनके खेत में आने से नहीं रोक रहा है.

वीडियो.

किसान गुरबख्श ने बताया कि पिछले साल भी निकासी न होने के चलते उनकी उपजाऊ जमीन से बरसाती पानी ने अपना रास्ता बना लिया और जमीन को नाले में तब्दील कर दिया था. इस कारण उनकी उपजाऊ भूमी को खासा नुकसान पहुंचा था.

इसके बाद पंचायत प्रधान और एसडीओ पीडब्ल्यूडी बद्दी को इसके बारे में अवगत करवाया गया, जिसके बाद एसडीओ ने मौके का निरीक्षण कर आश्वासन दिया था. एसडीओ ने पानी की निकासी के लिए नाली बनाने की बात कही थी, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई प्रशासन ने नहीं की है.

किसान गुरबख्श ने बताया कि उनके परिवार का सारा खर्च खेतीबाड़ी से ही चलता है. इसके इलावा उनकी आय का कोई भी साधन नहीं है. ऐसे में उनके परिवार का पालन- पोषण खेती- बाड़ी और मजदूरी पर ही निर्भर करता है.

गुरबख्श राम ने प्रशासन व सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द बरसात व सीवरेज के पानी की निकासी के लिए नाली का निर्माण किया जाए, ताकि आने वाले समय में फसल को नुकसान होने से बचाया जा सके.

वहीं, पंचायत प्रधान तरसेम चौधरी ने बताया कि पिछले साल पंचायत ने एक प्रस्ताव पीडब्ल्यूडी विभाग को नाली बनाने के लिए दिया था, इस साल मार्च में लॉकडाउन लगने के कारण सभी विकास कार्य बंद कर दिए गए थे.

उन्होंने कहा कि अब विकास कार्यों की अनुमति सरकार से मिलने के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ की रिटायरमेंट के चलते काम पूरा नहीं हो सका. इसलिए पंचायत फिर से एक प्रस्ताव एसडीओ पीडब्ल्यूडी को देगी, ताकि जल्द से जल्द बारिश के पानी की निकासी का काम शुरू हो सके और ग्रामीणों को आ रही समस्या से निजात मिल सके.

ये भी पढ़ें: सोलन में सामने आए कोरोना के 3 नए मामले, जिला में 46 एक्टिव केस

बद्दी/सोलन: ओद्यौगिक क्षेत्र बद्दी में थाना पंचायत के नारंगपुर गांव में एक गरीब किसान के खेत प्रशासन की अनदेखी के कारण नाले में तबदील हो गए. किसान के खेत में सीवरेज का पानी छोड़ दिया गया, जिससे खेत में लगी मक्का की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. वहीं, अब किसान ने मीडिया के जरिये अपना दर्द बयां किया और सरकार से मदद की अपील की है.

दून की ग्राम पंचायत थाना के नारंगपुर गांव के किसान गुरबख्श राम और उनेके भाई परस राम ने बताया कि उनकी उपजाऊ भूमि पर उगी मक्का की फसल लगभग पूरी तरह बर्बाद हो गई है. उन्होंने कहा कि गांव के एक प्रतिनिधि ने उनकी जमीन में सीवरेज का पानी छोड़ा दिया. उनके बार-बार बोलने के बाद भी उक्त व्यक्ति सीवरेज के पानी को उनके खेत में आने से नहीं रोक रहा है.

वीडियो.

किसान गुरबख्श ने बताया कि पिछले साल भी निकासी न होने के चलते उनकी उपजाऊ जमीन से बरसाती पानी ने अपना रास्ता बना लिया और जमीन को नाले में तब्दील कर दिया था. इस कारण उनकी उपजाऊ भूमी को खासा नुकसान पहुंचा था.

इसके बाद पंचायत प्रधान और एसडीओ पीडब्ल्यूडी बद्दी को इसके बारे में अवगत करवाया गया, जिसके बाद एसडीओ ने मौके का निरीक्षण कर आश्वासन दिया था. एसडीओ ने पानी की निकासी के लिए नाली बनाने की बात कही थी, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई प्रशासन ने नहीं की है.

किसान गुरबख्श ने बताया कि उनके परिवार का सारा खर्च खेतीबाड़ी से ही चलता है. इसके इलावा उनकी आय का कोई भी साधन नहीं है. ऐसे में उनके परिवार का पालन- पोषण खेती- बाड़ी और मजदूरी पर ही निर्भर करता है.

गुरबख्श राम ने प्रशासन व सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द बरसात व सीवरेज के पानी की निकासी के लिए नाली का निर्माण किया जाए, ताकि आने वाले समय में फसल को नुकसान होने से बचाया जा सके.

वहीं, पंचायत प्रधान तरसेम चौधरी ने बताया कि पिछले साल पंचायत ने एक प्रस्ताव पीडब्ल्यूडी विभाग को नाली बनाने के लिए दिया था, इस साल मार्च में लॉकडाउन लगने के कारण सभी विकास कार्य बंद कर दिए गए थे.

उन्होंने कहा कि अब विकास कार्यों की अनुमति सरकार से मिलने के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ की रिटायरमेंट के चलते काम पूरा नहीं हो सका. इसलिए पंचायत फिर से एक प्रस्ताव एसडीओ पीडब्ल्यूडी को देगी, ताकि जल्द से जल्द बारिश के पानी की निकासी का काम शुरू हो सके और ग्रामीणों को आ रही समस्या से निजात मिल सके.

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