सोलन: हिमाचल में मानसून सक्रिय हो गया है. मानसून के सक्रिय होते ही मंगलवार शाम से ही प्रदेश के कई क्षेत्रों में रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा और बुधवार को दिनभर बारिश होती रही. बारिश के दौर से प्रदेश के मैदानी इलाकों में तापमान लगभग सामान्य हो गया है और लोगों को भरी गर्मी से निजात मिली है. किसानों के लिए ये बारिश संजीवनी बनकर सामने आई है. वहीं, सड़कों पर वाहन दौड़ाने वालों के लिए बारिश आफत बनकर आई है.
मानसून आते ही प्रदेश में भूस्खलन का सिलसिला भी शुरू हो जाता है. बीते 24 घंटे से हो रही बारिश के चलते जहां लोग परेशान हो चुके है. वहीं, पहाड़ों से पत्थर भी गिरना शुरू हो चुके हैं. कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5 पर बुधवार सुबह सनवारा के समीप पहाड़ी से पत्थर दरक कर सड़क पर आ पहुंचे. पहाड़ी से पत्थर दरकने से हाईवे पर भारी मात्रा में मलबा आ गया. इस दौरान गनीमत यह रही कि नेशनल हाईवे से गुजरते वाहनों को कोई नुकसान नही पहुंचा.
गौरतलब है कि कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5 पर परवाणू से शिमला तक फोरलेन का काम भी जारी है. इसके चलते हाईवे पर पहाड़ों की कटिंग की गई है, जिसके चलते लगातार पहाड़ों के दरकने का मामले भी सामने आते रहते है.
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आगामी 13 जुलाई तक राज्य में मानसून के सक्रिय रहने से बारिश का दौर जारी रहने की आशंका जताई है. विभाग की ओऱ से 10 व 11 जुलाई को मैदानी और मध्य पर्वतीय इलाकों में गरज के साथ भारी बारिश और आसमानी बिजली कड़कने की चेतावनी दी गई है.