कसौली/सोलन: जिले की कसौली सीट पर मतगणना (HP Poll Result 2022) पूरी हो चुकी है. इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी जीत चुके हैं. जो पहले राउंड से ही आगे चल रहे थे. उन्हें पहले राउंड में 4251, दूसरे में 3597, तीसरे में 4355, चौथे पर 3169, पांचवें पर 3511, छठे में 3017, सातवें में 3449 और आठवें में 2028 मत मिले हैं. इन्हें कुल 27377 वोट मिले हैं. वहीं, भाजपा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल को कुल 20930 वोटें मिली हैं.
कसौसी सीट के दुसरे राउंड में कांग्रेस के विनोद सुल्तानपुरी 3597 वोट से आगे थे. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल को 2412 मत मिले. आप के हरमेल धीमान को 159, आरडीपी के राजीव कौंडल को 113, जन क्रांति के राजेन्द्र को 49, आजाद उम्मीदवार ओम प्रकाश को 34, बीएसपी के राम रतन को 8 और नोटा को 35 वोट मिले.
जिला सोलन की कसौली सीट के पहले रांउड में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल 906 वोटों से पीछे थे. उन्हें 3345 वोट मिले. यहां पर कांग्रेस के विनोद सुल्तानपुरी को 4251 मत मिले. आप को 217, देवभूमि पार्टी को 398, बीएसपी को 13, जन क्रांति को 24, निर्दलीय को 6, नोटा को 48 वोट डाले. (Kasauli Assembly Seat Result 2022) (Votes Counting in Kasauli Assembly Seat 2022) (Himachal Election 2022) (RAJIV SAIZAL VS VINOD SULTANPURI)
2017 के नतीजे- 2017 के विधानसभा चुनावों में कसौली सीट पर राजीव सैजल ने विनोद सुल्तानपुरी को मात दी थी. हालांकि, इस सीट पर कांग्रेस का पूर्व में दबदबा रहा है. 1967 और 1972 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के टिकट पर लालचंद प्रार्थी ने जीत दर्ज की. इसके बाद, 1982 और 1985 के चुनावों में कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज करने वाले रघु राज ने 1993,1998 और 2003 के चुनावों में भी अपना दबदबा कायम रखा. इस तरह कांग्रेस ने कुल सात बार कसौली सीट पर जीत दर्ज की है.
कौन है डॉ. राजीव सैजल: डॉ. राजीव सैजल (bjp candidate rajiv saizal) विकास खंड सोलन की ग्राम पंचायत अंहेच के रहने वाले हैं. यह गांव विकास की दृष्टि से काफी विकसित हुआ है. डॉ. सैजल का जन्म 11 जुलाई 1971 को हुआ. उनकी पढ़ाई-लिखाई सरकारी स्कूल से हुई. इसके बाद उन्होंने राजकीय आयुष महाविद्यालय पपरोला से आयुष चिकित्सक की पढ़ाई भी की. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ भी डॉ. राजीव सैजल ने कॉलेज के दिनों में कार्य किया. डॉ. राजीव सैजल ने पहली बार विधानसभा का चुनाव 2007 में लड़ा था. इस दौरान उन्होंने 6374 वोटों से जीत दर्ज की. इसके बाद 2012 में भी चुनाव लड़ा और बहुत ही कम मार्जिन से कसौली के विधायक बने. इसके बाद 2017 में फिर चुनावी रन में कूदे और जीत दर्ज कर भाजपा सरकार में सामाजिक न्याय अधिकारिता एवं सहकारिता मंत्री बने और कुछ समय बाद नया दायित्व दिया गया. वह स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुष मंत्री बने.
कौन हैं विनोद सुल्तानपुरी?: विनोद सुल्तानपुरी (Congress candidate vinod sultanpuri) शिमला संसदीय सीट से छह बार के सांसद रह चुके केडी सुल्तानपुरी के पुत्र हैं. विनोद सुल्तानपुरी का जन्म 1987 को हुआ था. उनकी पढ़ाई द लॉरेंस स्कूल सनावर से हुई. इसके बाद उन्होंने वकालत की पढ़ाई की. वर्तमान में भी पेशे से वकील हैं. कॉलेज के समय से एनएसयूआई के साथ कार्य किया. विनोद कसौली विधानसभा क्षेत्र के सुल्तानपुर में रहते हैं. यह गांव शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपना नाम कमा रहा है. वहीं पहली बार 2012 मे कांगेस पार्टी का टिकट दिया गया. इसके बाद 2017 में भी चुनाव में अपनी ताकत झोंकी.