सोलन: आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को मिलने वाले राशन में खुलकर गड़बड़ी की जा रही है. विभाग में कार्यरत कर्मचारी जम कर राशन के साथ गड़बड़ी कर रहे हैं. अब राशन में गड़बड़ी का मामला अर्की क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र से आया है. हैरानी की बात यह है कि गड़बड़ी करने वाली महिला कर्मचारी के पति ने ही अपनी पत्नी को दोषी करार दिया है.
ग्राम पंचायत घनागुघाट के कलाहरण छटेरा गांव निवासी कृपाराम ने बताया की शेरपुर आंगनबाड़ी केंद्र में गर्भवती, कुमारियों और बच्चों में बांटे जाने वाले राशन में हेराफेरी की जा रही है. उन्होंने बताया कि लगभग 10 वर्षों से उनकी पत्नी शेरपुर आंगनबाड़ी केंद्र में बतौर सहायिका कार्यरत है. उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी आंगनबाड़ी केंद्र में आने वाले हर प्रकार के खाद्यान, चीनी, तेल को घर में लाकर अन्य लोगों को सप्लाई करती है.
महिला के पति ने कहा कि उन्होंने कई बार अपनी पत्नी को इस तरह के काम करने से रोका, लेकिन वह नहीं मानी और उन्हें मजबूर होकर मीडिया में आना पड़ा. कृपाराम का कहना है कि उनकी पत्नी ने भारी मात्रा में सरकारी खाद्य पदार्थ कहीं भेज दिए हैं. विभाग को मामले की सूचना मिलने पर मौके पर जांच के लिए सुपरवाइजर तारा देवी समेत कार्यकर्ताओं को भेजा गया.
घर की तलाशी लेने पंहुची सुपरवाइजर:
सुपरवाइजर तारा देवी की ओर से घर की तलाशी लेने पर कार्यकर्ता के कमरे में पलंग के नीचे और अलमारी से 16 पैकेट फॉर्च्यून, 10 किलो चीनी का बैग व 88 पैकेट बिस्कुट पाए गए. विभाग के नियमानुसार आंगनबाड़ी केंद्र के कर्मचारी किसी प्रकार का कोई भी थैला केंद्र में नही लाे जा सकते हैं. साथ ही सरकारी राशन घर नहीं लाया जा सकता है.
स्टॉक रजिस्टर बिल्कुल सही:
आंगनबाड़ी केंद्र में ब्लॉक सुपरवाइजर ने बताया कि आंगनवाड़ी केंद्र का स्टॉक रजिस्टर व खाद्य पदार्थ बिल्कुल सही हैं तो यह सामान कहां से आया. विभागीय सूत्रों के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्र को खोलना व बंद करना और खाद्य पदार्थ बनाना का रिकॉर्ड रखना आंगनबाड़ी सहायक की जिम्मेवारी है. इससे साफ पता चलता है कि इस तरह की गड़बड़ी प्रदेश में किसी अधिकारी की सरपरस्ती में ही चल रही है.
क्या कहना है सुपरवाइजर का:
सुपरवाइजर अर्की तारा देवी का कहना है कि उन्हें शिकायत मिली कि शेरपुर आगनवाड़ी केंद्र में बंटने वाला राशन केंद्र प्रभारी अपने घर ले जाती है. घर की तलाशी लेने पर पर वहां सरकारी राशन पाया गया और राशन सील किया गया. रिपोर्ट बना कर आगामी कार्रवाई के लिए सीडीपीओ अर्की को भेज दी जाएगी.