सोलनः बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए जिला सोलन से भेजे गए मरे मुर्गों की सैंपल रिपोर्ट सही से नहीं मिल सकी है. रिपोर्ट संदिग्ध आने पर सैंपल को दोबारा जांच के लिए जालंधर से भोपाल लैब भेजा गया है, ताकि मुर्गों की मौत का सही कारण पता लग पाए.
फिलहाल अभी जिला में बर्ड फ्लू की आशंका बरकरार है. वहीं, पशुपालन विभाग की ओर से मामले को लेकर लगातार सतर्कता बरती जा रही है. पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. बीबी गुप्ता ने बताया कि सैंपल की रिपोर्ट संदिग्ध आई है. इसकी दोबारा से जांच करवाई जा रही है. इसमें सैंपल को भोपाल निशाद लैब भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही मुर्गों की मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा. गुरुवार रात को सैंपल जांच के लिए जालंधर से भोपाल भेज दि गए हैं, इनकी रिपोर्ट आगामी दिनों में पशुपालन विभाग के पास पहुंच जाएगी.
गांव में पाले जा रहे मुर्गों की हो रही रेंडम सैंपलिंग
पशुपालन विभाग सोलन के उपनिदेशक डॉ बीबी गुप्ता ने बताया कि मरे हुए मुर्गो मिलने से पशुपालन विभाग अलर्ट हो चुका है. उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों में मरे हुए मुर्गेमिले थे, वहां पर 3 से 4 किलोमीटर के दायरे में जिन-जिन गांव में मुर्गी पालन हो रहा है वहां रेंडम सैंपलिंग पशुपालन विभाग की ओर से की जा रही है. उन्होंने बताया कि यह जानकारी भी जुटाई जा रही है कि पिछले दिनों में किसी मुर्गे की असामान्य मृत्यु तो नहीं हुई है या कोई बीमारी सामने तो नहीं आई है. उन्होंने कहा कि शनिवार से गांव में रेंडम सैंपलिंग पशुपालन विभाग की टीम की ओर से की जा रही है. वहीं, सैंपल लेकर अब इन्हें टेस्टिंग के लिए भेजा जा रहा है.
धर्मपुर और परवाणु पुलिस कर रही मामले की जांच
वहीं, धर्मपुर और परवाणु पुलिस इस मामले को लेकर जांच कर रही है. हाईवे किनारे फेंके गए मरे हुए मुर्गों के मामले में पशुपालन विभाग ने एफआइआर भी दर्ज करवाई है, ताकि असलियत का पता चल सके. एफआईआर दर्ज होने के बाद धर्मपुर और परवाणु पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की है. हाईवे पर लगे सीसीटीवी फुटेज को भी पुलिस की ओर से खंगाला जा रहा है.
4 दिन अलग-अलग जगह पर मिले थे मुर्गे
बता दें कि कालका शिमला नेशनल हाईवे 5 पर लगातार 4 दिन अलग-अलग जगह पर मरे मुर्गे भारी मात्रा में मिले थे. पहले और दूसरे दिन जाबली के चक्की मोड़ के समीप तीसरे दिन हाईवे पर कुम्हारहट्टी सोलन बाईपास पर बनी टनल के पास अधिक संख्या में मरे हुए मुर्गे मिले थे. वहीं, इसके बाद सनवारा के समीप हाईवे किनारे मृत मुर्गे काफी संख्या में पाए गए थे.
इन 4 दिनों में लगभग 1000 मरे हुए मुर्गे मिलने से लोगों में हड़कंप मच गया था. पशुपालन विभाग की टीम ने इन सभी जगहों से रेंडम सैंपल जांच के लिए भरे थे, जिन्हें जांच के लिए जालंधर से भेजा गया था, लेकिन संदेह होने के चलते अब सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे गए हैं.