सोलन: हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज चुनावों का बिगुल बज चुका है. एक ओर जहां प्रदेश में बीजेपी पंचायती राज चुनाव में जीत का दावा कर रही है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस आरोप लगा रही है कि सरकारी शक्तियों का दुरुपयोग करके बीजेपी पंचायती राज चुनाव में जीत हासिल करना चाहती है.
प्रदेश चुनाव आयोग का खटखटाया दरवाजा
परवाणु में वोट बनाने की प्रक्रिया में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने प्रदेश चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अगर उनकी शिकायत पर सुनवाई ना हुई तो मामले को कोर्ट तक ले जाया जाएगा. प्रदेश कांग्रेस महासचिव विनोद सुल्तानपुरी ने कहा कि बीजेपी के पिट्ठू बनकर काम कर रहे सरकारी अधिकारियों की कार्यप्रणाली को भी कोर्ट में चैलेंज किया जाएगा.
वोट बनाने की प्रक्रिया में फर्जीवाड़ा कर रही सरकार
सुल्तानपुरी ने कहा कि जिस तरह से बीजेपी सरकार सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करके वोट बनाने की प्रक्रिया में फर्जीवाड़े कर रही है. वह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि परवाणु के वार्ड नंबर 1,8 और 9 में रातों-रात गलत तरीके से वोट बनाने का काम किया जा रहा है. प्रदेश कांग्रेस के महासचिव ने कहा कि बड़े ही हैरत की बात है कि वार्ड नंबर 9 में महज 2 घरों में ही रातों-रात 64 वोट बिना रेजिडेंट प्रूफ के बना दी गई है.
महासचिव का प्रशासन से सवाल
महासचिव ने प्रशासन से सवाल किया है कि क्या वोट बनाने से पहले आधार कार्ड देखे जा रहे हैं. अगर देखे जा रहे हैं तो वार्ड नंबर 9 में बिना आधार कार्ड और रेजिडेंट प्रूफ के वोट कैसे बन गए. उन्होंने कहा कि वार्ड नंबर 9 के जिन दो घरों में वोट बनाए गए थे. वहां पहले भी 23 वोट बने थे, लेकिन शिकायत करने के बाद वहां 12 वोट ही बन पाए थे, जिसका रिकॉर्ड प्रशासन के पास मौजूद है.
बीजेपी के एजेंट का काम कर रही
विनोद सुल्तानपुरी ने कहा कि जो अधिकारी बीजेपी के एजेंट बनकर काम कर रहे हैं. उनकी लिस्ट बनाई जा रही है और उनकी कार्यप्रणाली को व्यक्तिगत तौर पर कोर्ट में चेलेंज किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बारे में प्रदेश चुनाव आयोग व जिला चुनाव अधिकारी को भी शिकायत भेज दी गई है.