सोलन: नालागढ़ में आशा वर्कर की तरफ से एक बैठक का आयोजन किया गया. वर्करों ने अपनी मांगों को लेकर बैठक की और अपनी मांगो को लेकर एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा.
आशा वर्कर कार्यकर्ताओं ने बताया कि भारत में भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन पूरे देश में संचालित योजना में लगभग 12 लाख आशा वर्कर कार्यकर्ता कार्यरत है.
प्राथमिकता चिकित्सा प्रदान करने, आवश्यक सेवाओं में उपयोग के लिए परामर्श व व्यवस्था देने, स्वास्थ्य सेवा केंद्र तक पहुंचाने में मदद करने, लोगों को साफ सफाई व स्वच्छता के महत्व को बताते हुए, स्वच्छ पेयजल और शौचालय आदि बनाने में मदद करने जैसे कार्य सामान्य कार्य आशा वर्कर करते हैं.
इन कार्यों को करने के एवज में भारत सरकार की ओर से आशा कर्मियों को कोई मानदेय या वेतन नहीं दिया जाता बल्कि उक्त कार्य हेतु संचालित योजनाओं के अनुसार प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाता है.
आंकड़े बताते हैं कि जब से आशा कर्मियों ने देश में कार्य करना आरंभ किया है, जच्चा-बच्चा की मृत्यु दर लगातार कम हो रही है. उपरोक्त कार्यो के अलावा आशा कार्यकर्ताओं से राज्य सरकारें अन्य कार्य भी संचालित करवाती है.
वहीं, कार्य जब राज्यों में कार्यरत सरकारी कर्मचारी करते हैं उन्हें वेतन दिया जाता है. आशा कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि एवं मानदेय के सातवें वेतन का भुगतान किया जाना चाहिए और सेवानिवृत हेतु पॉलिसी बनाई जाए.