सोलन: केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नए-नए प्रयास किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में अर्की उपमंडल में हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम के द्वारा हस्तशिल्प व हथकरघा कामगारों को नई तकनीक व नए डिजाइन निर्माण के बारे में सिखाने के लिए चलाए गए 90 दिवसीय शिविर का समापन हस्तशिल्प व हथकरघा निगम उपाध्यक्ष संजीव कटवाल द्वारा किया गया.
इस मौके मुख्यतिथि संजीव कटवाल ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हस्तशिल्प हथकरघा निगम का कार्य काम देना नहीं बल्कि अच्छे कारीगरी करने वाले लोगों को जो काम से विमुक्त हो रहे हैं उन्हें पुनः अपने घरेलू व्यवसाय करने के लिए नई तकनीक व नए डिजाइन के बारे में सीखाना हैं. उन्होंने कहा कि यह सोच प्रधान मंत्री मोदी की है. उनके द्वारा लोकल से ग्लोबल नीति के तहत यह कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं.
'शीघ्र ही एमेजॉन व फ्लिपकार्ट के साथ ऑनलाइन जुड़ रहे हैं'
उन्होंने कहा कि प्रदेश में विभिन्न वस्तुओ से हस्तनिर्मित वस्तुओं के निर्माण के लिए 2000 लोगों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हम शीघ्र ही एमेजॉन व फ्लिपकार्ट के साथ ऑनलाइन जुड़ रहे हैं, ताकि हमारे कामगारों को विश्व मे भी पहचान व रोजगार मिले. उन्होंने कहा कि सभी हस्तशिल्प हथकरघा कामगार 2 कदम चले तो निगम उनके साथ 4 कदम आगे चलेगा, ताकि स्वरोजगार के नए आयाम खुले.
'स्वर्ण कामगारों को फंड मिलना चाहिए'
उन्होंने कहा कि जो महिलाओं ने 90 दिनों में सीखा है उसका सदुपयोग लगातार करें. वहीं, मार्किट व मूल्य के लिए निगम उनके साथ हमेशा तैयार हैं. वहीं, इस मौके पर कुछ स्वर्ण कामगारों ने मांग की कि स्वर्ण कामगारों को फंड मिलना चाहिए, ताकि स्वर्ण जाती में काम सीखने वालो में भी रुझान बढ़े.
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