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चंबाघाट को कैथलीघाट से जोडे़गी 460 मीटर लंबी सुरंग, 18 माह में पूरा होगा काम

कंडाघाट-सोलन के चंबाघाट में सुरंग बनाने का कार्य शुरू हो गया है. 460 मीटर में से 55 मीटर सुरंग का काम पूरा हो चुका है. इस सुरंग को बनाने के लिए प्रयोग की जा रही मशीनें यूरोप से खरीदी गई हैं.

सोलन के चंबाघाट में सुरंग बनाने का कार्य शुरू
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Published : Jul 18, 2019, 9:52 AM IST

सोलन: कंडाघाट में बन रही इस 460 मीटर लंबी सुरंग का काम शुरू हो गया है. सुरंग का काम18 माह के भीतर पूरा कर दिया जाएगा. बता दें कि कंडाघाट में बन रही सुरंग की चौड़ाई 12.5 मीटर जबकि ऊंचाई 9 मीटर होगी. ये सुरंग टू लेन बनाई जा रही है.
इस सुरंग को बनाने का कार्य कंडाघाट-शिमला मार्ग से कवारग पंचायत को जाने वाली सड़क के सामने पहाड़ वाले से किया गया है. इस सुरंग का दूसरा छोर एयर फोर्स कॉलोनी कंडाघाट के पास निकलेगा.

ये भी पढ़ें : हादसा होने के बाद जागी जयराम सरकार, सभी जिलों से मांगी असुरक्षित भवनों की रिपोर्ट


सुरंग के निर्माण कार्य के लिए चार मशीनें लगाई गई हैं जिसमें हाइड्रा मशीन जिसका कार्य सुरंग के अंदर भारी सामान को उठाना है, वहीं, दूसरी मशीन शाट करेट है जिसका काम सुरंग के अंदर कंक्रीट को स्प्रे करना है. वहीं पोकलेन मशीन जिसका कार्य सुरंग के अंदर खुदाई करना है. साथ ही एक बोमर मशीन है जिसका कार्य सुरंग में छेद करना है.
प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने बताया कि फोरलेन को लेकर जो भी कार्य किया जा रहा है वो गुणवत्ता के आधार पर किया जा रहा है. इस सुरंग की सबसे बड़ी खासियत यह है कि खुदाई के साथ ही कर्मचारी प्रायमरी स्पॉटिंग का कार्य भी किया जा रहा है. जिसके चलते सुरंग के अंदर कार्य कर रहे कर्मचारी सुरक्षित रहेंगे.

सोलन: कंडाघाट में बन रही इस 460 मीटर लंबी सुरंग का काम शुरू हो गया है. सुरंग का काम18 माह के भीतर पूरा कर दिया जाएगा. बता दें कि कंडाघाट में बन रही सुरंग की चौड़ाई 12.5 मीटर जबकि ऊंचाई 9 मीटर होगी. ये सुरंग टू लेन बनाई जा रही है.
इस सुरंग को बनाने का कार्य कंडाघाट-शिमला मार्ग से कवारग पंचायत को जाने वाली सड़क के सामने पहाड़ वाले से किया गया है. इस सुरंग का दूसरा छोर एयर फोर्स कॉलोनी कंडाघाट के पास निकलेगा.

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सुरंग के निर्माण कार्य के लिए चार मशीनें लगाई गई हैं जिसमें हाइड्रा मशीन जिसका कार्य सुरंग के अंदर भारी सामान को उठाना है, वहीं, दूसरी मशीन शाट करेट है जिसका काम सुरंग के अंदर कंक्रीट को स्प्रे करना है. वहीं पोकलेन मशीन जिसका कार्य सुरंग के अंदर खुदाई करना है. साथ ही एक बोमर मशीन है जिसका कार्य सुरंग में छेद करना है.
प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने बताया कि फोरलेन को लेकर जो भी कार्य किया जा रहा है वो गुणवत्ता के आधार पर किया जा रहा है. इस सुरंग की सबसे बड़ी खासियत यह है कि खुदाई के साथ ही कर्मचारी प्रायमरी स्पॉटिंग का कार्य भी किया जा रहा है. जिसके चलते सुरंग के अंदर कार्य कर रहे कर्मचारी सुरक्षित रहेंगे.

Intro:460 मीटर लंबी सुरंग बनाने का काम युद्ध स्तर पर,चंबाघाट से कैथलीघाट तक दूसरे चरण में बन रहे फोरलेन में कंडाघाट में बनेगी सुरंग

कंडाघाट—चंबाघाट से कैथलीघाट तक दूसरे चरण में बन रहे फोरलेन को लेकर एरिफ कंपनी ने कंडाघाट में 460 मीटर लंबी बनने वाली सुरंग का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है। एरिफ कंपनी द्वारा अभी तक सुरंग को 55 मीटर अंदर तक खुदाई कर दी है।

कंडाघाट में बन रही इस 460 मीटर लंबी सुरंग को एरिफ कंपनी द्वारा 18 माह के भीतर पूरा कर दिया जाएगा। इस सुरंग को बनाने के लिए जो मशीनें प्रयोग में लाई जा रही है वो मशीनें यूरोप महाद्वीप से मंगाई गई। एरिफ कंपनी द्वारा बनाई जा रही इस सुरंग की सबसे बड़ी खासियत बात यह है कि इस सुरंग की खुदाई के साथ कर्मचारी प्रायमरी स्पॉटिंग का भी कार्य कर रही है। जिसके चलते सुरंग के अंदर कार्य कर रहे कर्मचारि सुरक्षित रहेंगे व उनको कोई नुकसान नहीं होगाBody:कंडाघाट में बनाई जा रही 460 मीटर लंबी सुरंग में मोहिंद्र सिंह उप महाप्रबंधन एरिफ कंपनी, रजनीश सजवान वरिष्ठ अभियंता, विपिन ठाकुर वरिष्ठ सर्वे अभियंता, मुज्तबा रसोद ज्योलोजिस्ट, कोटि बहस कटोच कनिष्ठ अभियंता एवं फोरलेन, सुपरवाइजर व कर्मचारी अपनी अहम भूमिका निभा रहे है। अमित मलिक जीएम एरिफ कंपनी ने बताया कि कंडाघाट में सुरंग को बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। इस सुरंग की चौड़ाई साढ़े 12 मीटर जबकि ऊंचाई नौ मीटर होगी। ये सुरंग टू लाइन बनाई जा रही है। इस सुरंग को बनाने का पूरा कार्य 18 माह के भीतर कर दिया जाएगा। मनीष मोगा प्रोजेक्ट डायरेक्टर एरिफ कंपनी ने बताया कि फोरलेन को लेकर जो भी कार्य किया जा रहा है वो गुणवत्ता के आधार पर किया जा रहा है। चंबाघाट से कैथलीघट तक दूसरे चरण में जो भी फोरलेन व सुरंग को लेकर कार्य किया जा रहा है उसमंे आधुनिक तकनीकी व मॉडर्न मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है।Conclusion:इस सुरंग को बनाने का कार्य कंडाघाट-शिमला मार्ग पर जिस स्थान से कवारग पंचायत को मार्ग जाता है उस के मेन प्वाइंट के सामने पहाड़ से किया गया है। इस सुरंग का दूसरा छोर एयर फोर्स कालोनी कंडाघाट के समीप निकलेगा। इस सुरंग के निर्माण कार्य को लेकर एरिफ कंपनी चार मशीनों से कार्य कर रही है। जिसमें हाइड्रा मशीन जिसका कार्य सुरंग के अंदर भारी सामान को उठाना है, वहीं, दूसरी मशीन शाट करेट है जिसका काम सुरंग के अंदर कंक्रीट को स्प्रे करना है। वहीं पोकलेन मशीन जिसका कार्य सुरंग के अंदर खुदाई करने है। साथ ही एक बोमर मशीन है जिसका कार्य सुरंग में छेद करना है।

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