नाहन: जिला मुख्यालय नाहन में सोमवार से आशा वर्करों का प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ. 5 दिनों तक चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. निसार अहमद ने किया.
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के बैनर तले आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य स्तर के प्रशिक्षक आशा वर्करों को छोटे बच्चों की घर पर देखभाल संबंधी प्रशिक्षण देंगे. प्रशिक्षण शिविर में करीब दो दर्जन आशा वर्कर्स हिस्सा ले रही हैं.
स्वच्छता के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा
मीडिया से बात करते हुए हमीरपुर से आए राज्य प्रशिक्षक सतीश शुक्ला ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आशा वर्करों को गृह आधारित छोटे बच्चों की देखभाल, पोषण एवं स्वास्थ्य, आरंभिक बाल विकास सहित सफाई एवं स्वच्छता के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में आशा वर्करों को छोटे बच्चों की गृह आधारित देखभाल कार्यक्रम का परिचय और औचित्य, आशा की भूमिका एवं दायित्व, गृह भ्रमण की योजना बनाना, छः माह तक माताओं द्वारा शिशु को केवल स्तनपान करवाना, पूरक आहार और आयरन एवं फॉलिक एसिड कार्यक्रम.
मुख्य उद्देश्य शिशु मृत्यु दर को भी कम करना
परिवार नियोजन, बच्चों का संपूर्ण टीकाकरण बौद्धिक निगरानी, गृह भ्रमण के दौरान बीमार बच्चों की देखभाल एवं प्रबंधन व आरंभिक विकास की संपूर्ण जानकारी प्रदान की जाएगी. प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य शिशु मृत्यु दर को भी कम करना है. उन्होंने बताया कि चरणबद्ध तरीके से आशा वर्करों का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार समय-समय पर आशा वर्करों के लिए चरणबद्ध तरीके से छोटे बच्चों की घर पर देखभाल हेतू प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि फिल्ड में उतरकर आशा वर्कर्स इस दिशा में लोगों को जागरूक करते हुए बेहतर कार्य कर सके.
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