पांवटा साहिब: हिमाचल के कई जिलों में बंदरों का आंतक लगातार बढ़ता जा रहा है. बंदरों ने आम जनता के साथ-साथ सरकार और प्रशासन की नाक में भी दम कर के रखा है. सिरमौर के पांवटा साहिब में भी कुछ ऐसा ही हाल है.
दिन-प्रतिदिन बंदरों का आंतक बढ़ता ही जा रहा है. बंदर अब रिहायशी इलाकों का रुख कर रहे हैं. आए दिन कोई ना कोई इनका शिकार बन रहा है. सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में आए दिन मंकी बाइट के मामले आ रहे हैं.
पांवटा साहिब में बंदरों का खौफ बढ़ता ही जा रहा है. स्थानीय लोग दहशत में जीने को मजबूर है. बंदर बिना किसी डर के लोगों के घरों में घुस कर दहशत फैला रहे हैं. पांवटा की अजोली पंचायत में एक 15 साल की लड़की पर बंदरों ने हमला कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया. बच्ची को गंभीर हालत में 108 के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया गया.
वहीं, अन्य मामले में एक महिला ने बताया कि कुछ दिन पहले बंदरों के झुंड ने उन पर हमला कर दिया. वह जैसे-तैसे अपनी जान बचाकर भागने में कामयाब हो गई. आम जनता के साथ-साथ किसान और बागवान भी बंदरों से परेशान हैं. इन दिनों मक्की और अमरूद की फसल तैयार है. वहीं, बंदर इन फसलों को भी निशाना बनाने में पीछे नहीं है. बंदरों के उन्माद से किसान भी खासे परेशान नजर आ रहे हैं.
पांवटा सिविल अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर संजीव सहगल ने बताया कि अस्पताल में अगर कोई मंकी बाइट का पहुंचता है तो यहां पर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. वहीं, अजोली पंचायत के प्रधान सुनील ने कहा कि इन दिनों लगाई गई फसलों के लिए बंदर खतरा बन गए हैं. बंदरों के डर के चलते लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है.
वहीं, फॉरेस्ट विभाग के डीएफओ कुणाल ने बताया कि बंदरों को पकड़ने के लिए प्रशासन रणनीति बना रहा है. बंदरों के खौफ को कम करने के लिए विभाग अपनी तरफ से भरपूर कोशिश कर रहा है.
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