पांवटा साहिब: ऑनलाइन शॉपिंग हर किसी को पसंद है आज के वक्त में इसका इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ गई है, लेकिन जब बात ट्रेडिशनल और टिकाऊ खरीदारी की होती है तो लोग शहर के लोकल मार्केट्स की ओर रुख करते हैं.
आज हम ऐसे बाजार की बात कर रहे हैं, जहां सिर्फ सिरमौर या प्रदेश के अन्य हिस्सों से ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न कोनों से लोग खरीदारी करने के लिए पहुंचते हैं. पांवटा गुरुद्वारा मार्केट में देश के कोने-कोने से कई लोग पहुंचते हैं.
बाहरी राज्यों से पहुंचे लोग गुरुद्वारा मार्केट से घरों में इस्तेमाल होने वाले लकड़ी से बने कई प्रकार के छोटी बड़ी वस्तुएं अपने घर के लिए ले जाते हैं. हर रोज गुरुद्वारा मार्केट में लोगों का जमावड़ा लगा रहता है. भारी भीड़ के कारण शाम के वक्त गुरद्वारा बाजार में वाहन खड़े करने की जगह भी नहीं मिल पाती.
गुरुद्वारा मार्केट क्यों है फेमस
गुरुद्वारा मार्केट में लकड़ियों से बनी छोटी से लेकर बड़ी कई प्रकार की वस्तुएं नजर आती हैं. जिसकी सुंदरता देखकर सभी का मन उसकी ओर खिंचा चला आता है. इन सभी वस्तुओं को उचित दाम पर खरीदने के लिए काफी दूर-दूर से लोग आते हैं.
बता दें कि यहां पर लकड़ियों से बने बच्चों के खिलौने सबसे अधिक मात्रा में बिकते हैं. बच्चे गुरुद्वारा मार्केट में स्पेशल खिलौने खरीदने के लिए भी पहुंचते हैं. इसके अलावा बाहरी राज्यों से आए श्रद्धालुओं को भी उनकी जरूरत के अनुसार हर प्रकार की वस्तुएं यहां पर खरीदने को मिलती है.
विदेशी पर्यटकों के आक्रषण का केंद्र है गुरुद्वारा मार्केट
पांवटा के गुरुद्वारे में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड के साथ-साथ विदेशों से भी कई श्रद्धालु माथा टेकने के लिए पहुंचते हैं और इसी वजह से कई प्रकार के लकड़ा का सामान अपने घरों के लिए ले जाते हैं.
सिख संगठनों के लिए हर प्रकार की वस्तुएं यहां कम मूल्य पर मिलती हैं. यहां पर सबसे ज्यादा छोटी-बड़ी तलवारे फेमस हैं. जिसे लेने के लिए भारी मात्रा में सिख संगत के लोग गुरुद्वारा मार्केट पहुंचते हैं
स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि गुरुद्वारा मार्केट पर ना तो नोट बंदी का कोई असर हुआ और ना ही जेस्टी का. प्रतिदिन लोगों का यहां पर जमावड़ा नजर आता है. दुकानदारों के अनुसार यहां पर विदेशों से भी श्रद्धालु भारी मात्रा में खरीदारी करते हैं क्योंकि यहां के सुंदर खिलौनों का हर कोई दीवाना है.