नाहन: जिला मुख्यालाय नाहन में मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना (एमएमएसएजीवाई) के तहत कार्य कर रहे कामगारों ने नगर परिषद के खिलाफ मोर्चा खोला है. कामगारों ने मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना में शहर की सीवरेज सफाई का कार्य करने पर आपत्ति जताई है. शुक्रवार को कामगारों ने सीवरेज का कार्य करने से स्पष्ट शब्दों में इनकार किया, तो नगर परिषद ने संबंधित कामगारों की गैरहाजिरी लगाकर उन्हें घर भेज दिया.
दरअसल नगर परिषद नाहन ने मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गांरटी योजना के तहत करीब 300 से ज्यादा लोगों को रोजगार दिया है, लेकिन कामगारों का आरोप है कि उन्हें योजना के तहत कार्य करने के लिए मास्क, सेनिटाइजर व हैंड ग्लब्ज मुहैया नहीं करवाए जा रहे हैं, जिसके चलते कोरोना का भी खतरा बढ़ा है. वहीं, अब उनसे सीवरेज सफाई का कार्य भी लिया जा रहा है, जोकि नगर परिषद के स्थाई कर्मचारियों का काम है.
नाहन में मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना के तहत कार्य कर रहे कामगारों ने आरोप लगाया कि नगर परिषद उनसे सीवरेज साफ करवाने का कार्य करवा रही हैं. जबकि यह कार्य नगर परिषद के स्थायी सफाई कर्मियों का हैं.
उन्होंने कहा कि आज जब सीवरेज सफाई कार्य करने से मना किया जाए, तो नगर परिषद ने उनकी अबसेंट लगा कर घर भेज दिया. उन्होंने बताया कि आज भी नौ कर्मियों की अपसेंट लगाई गई हैं, जिससे उनको आर्थिक नुकसान हुआ हैं. उन्होंने बताया कि नप उनको उक्त कार्य करने के लिए मास्क व सेनिटाइजर समेत ग्लब्ज आदि भी उपलब्ध नहीं करवा रही हैं.
उधर नगर परिषद के एसडीओ परवेज इकबाल ने कहा कि मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत कार्य में लगे कामगारों को नगर परिषद द्वारा दिए जाने वाले सभी कार्य करने होंगे. चाहे उसमें सफाई का कार्य हो या फिर झाड़ी कटान समेत अन्य. कार्य न करने वाले कामगारों की अबसेंट लगाई जाती हैं.
आज भी कामगारों की शिकायत मिली हैं. कामगारों को कार्य न करने पर नोटिस जारी किया जा रहा हैं. नगर परिषद कामगारों को मास्क व ग्लब्ज भी उपलब्ध करवा रही हैं. कुल मिलाकर शहर में सीवरेज सफाई कार्य को लेकर मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना के कामगार व नगर परिषद प्रशासन आमने-सामने आ गए हैं.