पांवटा साहिब: देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. कोरोना संकट की इस घड़ी में कई लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में कई सामाजिक संगठन, राजनीतिक पार्टियों ने मदद के भी हाथ बढ़ाए हैं, जिससे श्रमिकों और जरूरमंदों को कुछ राहत भी मिली है.
कोरोना संकट के बीच जिला सिरमौर के उपमंडल पांवटा साहिब के बेहराल में सेनको प्राइवेट लिमिटिड कंपनी पर मजदूरों ने गंभीर आरोप जड़े हैं. सेनको कंपनी ने करीब तीन महीने से मजदूरों का वेतन नहीं दिया है. इसके चलते मजदूरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मजदूरों के सामने अपना व परिवार का भरण-पोषण करने की समस्या पेश आ रही है.
मजदूरों ने बताया कि कंपनी ने उन्हें मार्च महीने का वेतन चेक के जरिए दिया था, लेकिन बैंक में पैसा ही नहीं आया है. इसके चलते खाली हाथ ही घर लौट रहे हैं. उन्होंने बताया कि कंपनी ने पिछले 22 महीने से उनके खाते में पीएफ भी जमा नहीं करवाया है. कोरोना महामारी के इस संकट के समय में भी कंपनी मजदूरों को सता रही है, जिसके कारण मजदूरों ने कंपनी छोड़ने को फैसला ले लिया है.
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उधर, कंपनी प्रबंधक ने मजदूरों के लगाए गए सभी आरोपों को नकार दिया है. कंपनी प्रबंधक का कहना है कि मजदूरों के लगाए गए सभी आरोप निराधार है. लेबर इंस्पेक्टर सोहन सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में है. इस मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी. गौरतलब है कि इससे पहले भी कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन व कर्फ्यू के कारण मजदूरों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा था.
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