नाहन: देश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर सिरमौर प्रशासन अभी से अलर्ट हो गया है. संक्रमण की तीसरी लहर में 18 साल तक के बच्चों के अधिक संक्रमित होने की आशंका जताई गई है. लिहाजा सिरमौर प्रशासन ने तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के मकसद से अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं.
दरअसल सिरमौर प्रशासन के मार्गदर्शन में जिला आयुर्वेद विभाग इस संबंध में एक प्रपोजल तैयार कर रहा हैं, जिसके तहत 0 से 18 साल तक के बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने की दिशा में कार्य किया जा रहा है, ताकि तीसरी लहर में संबंधित आयु वर्ग के बच्चों को संक्रमित होने से बचाया जा सके. इस संबंध में डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने बुधवार को मीडिया को ये जानकारी दी.
मीडिया से बात करते हुए डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कहा कि जैसे कि कोरोना की तीसरी लहर में 18 साल से कम उम्र के बच्चों के संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है. जिला में ऐसी 2 लाख से अधिक की जनसंख्या है. लिहाजा इसके बचाव के मद्देनजर आयुर्वेद विभाग एक प्रपोजल तैयार कर रहा है.
इसकी एडवांस तैयारी की जा रही है, ताकि 0 से 6 व 6 से 12 एवं 12 से 18 साल के बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सके. इसको लेकर आयुर्वेद विभाग पूरी योजना बना रहा हैं, जिसका शुभारंभ अगले माह जून में शुभारंभ किया जाएगा.
होम आइसोलेट मरीजों का अब आयुर्वेद विभाग भी करेगा इलाज
इस बीच डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने यह भी बताया कि नाहन में होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमितों की देखरेख व ईलाज का जिम्मा अब स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ आयुर्वेद विभाग भी उठाएगा. इसके तहत नाहन के 2 वार्डों में आयुर्वेद विभाग स्वास्थ्य विभाग को मिलकर कार्य करेगा. पहले चरण में गुरूवार से आयुर्वेद विभाग नाहन के 2 वार्ड एडोप्ट करेगा, ताकि मृत्यु दर कम करने के साथ-साथ संक्रमित मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सके.
कुल मिलाकर एक ओर जहां कोरोना संक्रमण की तेजी से बढ़ती दूसरी लहर से बचाव के मद्देनजर प्रशासन हरसंभव प्रयास कर रहा है. वहीं, तीसरी लहर के आशंका को देखते हुए भी अपनी तैयारी करने में जुटा है.
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